LAC Depsang Demchok: एलएसी पर भारत और चीन के बीच हुआ समझौता अब जमीन पर उतरता दिखाई दे रहा है। न्यूज एजेंसी ANI ने डिफेंस सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि LAC पर देपसांग और डेमचोक एरिया में भारत और चीन की सेनाओं की तरफ से 80 से 90 फीसदी डिसइंगेजमेंट प्रक्रिया पूरी हो गई है।

इस प्रक्रिया के तहत भारत औऱ चीन की सेनाएं हर तरह के अपने इन्फ्रॉस्ट्रक्चर हटाएंगे और दोनों ही तरफ से सेनाओं को पीछे हटाया जाएगा। सूत्रों ने जानकारी दी कि देपसांग और डेमचोक में डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया 29 अक्टूबर तक पूरी होने की उम्मीद है।

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रूस के राजदूत ने किया भारत-चीन समझौते का स्वागत

भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने सोमवार को LAC मुद्दे पर हुए चीन-भारत समझौते को द्विपक्षीय संबंधों की दिशा में पॉजिटिव कदम बताया। उन्होंने कजान में संपन्न BRICS समिट के इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई बैठक का स्वागत किया।

डेनीस अलीपोव ने कहा कि रूस के कजान शहर में हाल में संपन्न हुआ ब्रिक्स शिखर सम्मेलन पूरी तरह से सफल रहा तथा यह ‘‘कोई विशिष्ट नहीं बल्कि समावेशी मंच’’ है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “BRICS वेस्ट विरोधी नहीं बल्कि गैर-पश्चिम देशों का समूह” है।

आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गश्त और सैनिकों को पीछे हटाने को लेकर हुए भारत-चीन समझौते का 23 अक्टूबर को समर्थन किया था।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति के बीच हुई बैठक के बारे में पूछे जाने पर भारत में रूसी राजदूत ने कहा, “हमने इसमें कोई भूमिका नहीं निभाई है, लेकिन हमें खुशी है कि यह कजान में हुई।” उन्होंने कहा, “हम इस बैठक का तहे दिल से स्वागत करते हैं।”