भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी अक्सर मोदी सरकार की आलोचना करते रहते हैं। बुधवार को किए गए अपने एक ट्वीट में स्वामी ने प्रधान मंत्री मोदी को एक नसीहत दी है। स्वामी ने कहा है कि अब नरेंद्र मोदी के लिए सच का सामना करने का वक्त है और QUAD और BRICS में से किसी एक को चुन लेना चाहिए।
बीजेपी नेता ने ट्वीट कर लिखा “मोदी सच्चाई के अपने क्षण पर पहुंच गए हैं। भारत के वैश्विक नेता होने के दावे की हवा निकाल गई है। अब मोदी को QUAD और BRICS के बीच किसी एक को चुन लेना चाहिए, या फिर वें पंचतंत्र में चमगादड़ की तरह रेह जाएंगे।” इसपर विनीत नाम के एक यूजर ने लिखा “वे पहले ही QUAD के साथ बैठक कर रहे हैं।” इस ट्वीट का जवाब देते हुए सुब्रह्मण्यम स्वामी ने लिखा “और फिर इसके बाद मुख्य अतिथि के रूप में शी के साथ नई दिल्ली में ब्रिक्स के साथ बैठक।”
Modi has reached his moment of truth. All the spin about India being a world leader has been punctured. Today Modi must choose between QUAD and BRICS. Or end up as a Bat in Panchatantra
— Subramanian Swamy (@Swamy39) March 9, 2021
भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के समूह Quad की शुक्रवार को वर्चुअल मीटिंग करेंगे। ये पहला मौका होगा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन एक बैठक में शामिल होंगे। Quad की इस बैठक में चारों देशों के प्रमुख शामिल हो रहे हैं, ऐसे में ये बैठक काफी खास होने जा रही है।
विदेश मंत्रालय की ओर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, चारों देशों के नेता साझा हित के रीजनल और ग्लोबल मुद्दों पर चर्चा करेंगे और एक मुक्त, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखने की दिशा में सहयोग के व्यावहारिक क्षेत्रों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा तथा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ हिस्सा लेंगे। क्वाड रूपरेखा के तहत नेताओं का पहला शिखर सम्मेलन 12 मार्च को डिजिटल तरीके से आयोजित होगा।’
बैठक के बारे में व्हाइट हाउस की ओर से बयान दिया गया कि शुक्रवार को पहली बार होगा जब सभी नेता इस बैठक में एक साथ होंगे। बाइडन प्रशासन के लिए ये काफी अहम मीटिंग है, क्योंकि हम इंडो-पेसेफिक के अपने महत्वपूर्ण सहयोगियों के साथ चर्चा करेंगे। व्हाइट हाउस के मुताबिक, इस बैठक में ग्लोबल हेल्थ, क्लाइमेट चेंज और समुद्री सुरक्षा से जुड़े मसलों पर मंथन होगा।
