विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में एक बार फिर भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर अपनी राय रखी। रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि बहुत सारे देश अमेरिका को लेकर घबराए हुए हैं लेकिन हम उनमें से नहीं हैं।

जयशंकर मुंबई में आदित्य बिड़ला छात्रवृत्ति कार्यक्रम के रजत जयंती समारोह में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, “मुझे पता है कि आज बहुत सारे देश अमेरिका को लेकर घबराए हुए हैं, इस बारे में ईमानदारी से बात करें। हम उनमें से नहीं हैं।”

विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन पहले तीन लोगों में से एक थे जिनका कॉल डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद आंसर किया था।

एस जयशंकर ने कहा कि दुनिया भारत की कहानी की सराहना कर रही

यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम भारत-अमेरिका संबंधों को प्रभावित कर रहे हैं, इस पर विदेश मंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने वास्तव में अमेरिका के कई राष्ट्रपतियों के साथ तालमेल बनाया है। जिस तरह से वह इन संबंधों को बनाते हैं, वह स्वाभाविक है।” विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पूरा विश्व भारत की कहानी की सराहना कर रहा है।

जयशंकर ने कहा कि आर्थिक नीति पर ध्यान केंद्रित करना वास्तव में समकालीन समय में भारत की विदेश नीति में प्रमुख परिवर्तन बन गया है, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के अलावा राष्ट्रीय विकास को आगे बढ़ाना है।

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बड़े देशों में आत्मनिर्भरता होनी ही चाहिए- एस जयशंकर

भारतीय विदेश मंत्री ने आत्मनिर्भर भारत पर जोर देते हुए कहा, “हम अब एक-दूसरे को सिर्फ सैन्य क्षमताओं या राजनीतिक प्रभाव से नहीं मापते बल्कि प्रौद्योगिकी ताकत, आर्थिक लचीलापन, मानवीय रचनात्मकता और सामाजिक कल्याण को ध्यान में रखते हैं। कोई भी राष्ट्र वास्तव में एक आयामी तरीके से विकास नहीं कर सकता। बड़े देशों, खासकर हमारे जैसे देशों को कुछ बुनियादी आत्मनिर्भरता तो होनी ही चाहिए।”

बदलती अवसरों की ओर इशारा करते हुए, जहां सेवाओं की मांग बढ़ रही है और लोग कम पड़ रहे हैं, जयशंकर ने कहा कि यह भारत के लिए एक अवसर है। उन्होंने कहा, “एक बेहतर शिक्षित, कुशल और आत्मविश्वासी भारतीय पीढ़ी के पास ऐसे अवसर होंगे, जिनके बारे में पहले नहीं सोचा जा सकता था। वास्तव में, विदेशी सरकारों और कॉरपोरेट्स के साथ मेरी बातचीत में भारतीय प्रतिभाओं में रुचि शायद सबसे अधिक बार सामने आने वाली थीम है।”