प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने करीब 83 मिनट लंबा भाषण दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने देश के लिए अगले 25 सालों का खाका रखा। पीएम मोदी ने भाषण के दौरान टेलीप्रॉम्प्टर का इस्तेमाल नहीं किया। इसके पहले अकसर पीएम मोदी भाषण के वक्त टेलीप्रॉम्प्टर का इस्तेमाल करते रहे हैं।
पीएम मोदी ने इस बार टेलीप्रॉम्प्टर का इस्तेमाल न करते हुए पेपर के नोट्स का इस्तेमाल किया। ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के बैनर तले मनाई जा रही आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर देश को बधाई देते हुए अपना संबोधन शुरू करते ही प्रधानमंत्री मोदी ने टेलीप्रॉम्प्टर को हटवा दिया। भाषण शुरू होने से ठीक पहले टेलीप्रॉम्प्टर को वहां से हटा दिया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने 83 मिनट तक भाषण दिया और इस दौरान वह कागज के नोट्स का सहारा लेते रहें। टेलीप्रॉम्प्टर के इस्तेमाल को लेकर विपक्ष भी पीएम मोदी को घेरता रहता है। लेकिन इस बार पीएम मोदी के भाषण के दौरान टेलीप्रॉम्प्टर मौजूद नहीं था।
पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने नौवें भाषण के दौरान कहा, “मैं इस स्वतंत्रता दिवस पर सभी भारतीयों और भारत से प्यार करने वालों को बधाई देता हूं। नए संकल्प के साथ नई दिशा की ओर कदम बढ़ाने का दिन है। भारत का झंडा अब पूरी दुनिया में फहराता है।”
पीएम मोदी ने कहा कि मैं उन बच्चों को सलाम करता हूं जो बाहरी देशों के खिलौनों को ना कह रहे हैं। जब 5 साल का बच्चा कहता है कि विदेशी नहीं चाहिए, तो आत्मनिर्भर भारत उसकी रगों में दौड़ता है।
क्या होता है टेलीप्रॉम्प्टर?
टेलीप्रॉम्प्टर एक प्रकार की डिवाइस को कहते हैं, जिसे कैमरे के सामने फिट किया जाता है। इसे टीपी भी कहा जाता है। इसमें बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा हुआ नीचे से उपर की ओर चलता रहता है। टेलीप्रॉम्प्टर को स्पीच देने वाला व्यक्ति भी रिमोट की मदद से चला सकता है। लेकिन पीएम मोदी के लिए कैमरे के पीछे खड़े किसी शख्स को ये ज़िम्मेदारी सौंप दी जाती है। इसके माध्यम से लम्बे भाषण बिना किसी गलती के आसानी से दिया जा सकता है।
