Independence Day 2024: जम्मू-कश्मीर में एक ऐसा वक्त भी था, देश का तिरंगा फहराने के लिए लोगों को हाई सिक्योरिटी लेनी पड़ती थी। इतना ही नहीं, तिरंगे के साथ जम्मू कश्मीर का झंडा भी फहराना पड़ता था, लेकिन 5 अगस्त 2019 को खत्म हुए अनुच्छेद-370 के प्रावधान के बाद जम्मू-कश्मीर की बदली तस्वीर नजर आती है। आज 15 अगस्त के दिन 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी जम्मू कश्मीर से कुछ ऐसी ही तस्वीरें सामने आई हैं, जिसने देश के लोगों की आंखों में चमक ला दी है।

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडा फहराया और इसके बाद दिए अपने संबोधन में उन्होंने राज्य में बढ़ती आतंकी घटनाओं को लेकर पाकिस्तान पर हमला बोला। उपराज्यपाल जम्मू-कश्मीर में विदेशी आतंकवादियों को भेज रहा है, क्योंकि वह स्थानीय स्तर पर भर्ती होने वाले आतंकवादियों की संख्या में कमी और लोकतंत्र में लोगों के बढ़ते विश्वास से हताश है, जो यहां लोकसभा चुनाव के दौरान रिकॉर्ड मतदान से नजर आता है।

कश्मीर में बच्चों ने स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में किया डांस

उपराज्यपाल ने फहराया तिरंगा

मनोज सिन्हा ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में आतंकवाद में उल्लेखनीय गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि यहां किसी भी आतंकवादी संगठन का कोई शीर्ष नेतृत्व नहीं बचा है। हड़ताल और पथराव की घटनाएं इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह गई हैं। आतंकवादी संगठनों में स्थानीय स्तर पर भर्ती में कमी और लोकतंत्र में लोगों का भरोसा मजबूत होने से हमारा पड़ोसी देश हताश है। उपराज्यपाल ने कहा कि जो देश अपने नागरिकों को दो वक्त का खाना मुहैया कराने जैसी बुनियादी सुविधाएं देने में असमर्थ है, वह अस्थिरता पैदा करने और शांति भंग करने के लिए विदेशी आतंकवादियों को यहां भेज रहा है।

ABVP ने फहराया 300 फीट लंबा तिरंगा

जम्मू और कश्मीर एक तरफ जहां आज देश की आजादी का जश्न मनाया गया है तो दूसरी ओर ABVP यानी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने श्रीनगर में 300 फीट लंबे तिरंगे के साथ छात्र तिरंगा रैली का आयोजन किया।

जम्मू में स्वतंत्रता दिवस का आयोजन

उपराज्यपाल ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में जम्मू क्षेत्र में कुछ आतंकवादी हमले हुए हैं, जिनमें कई सुरक्षाकर्मियों और नागरिकों की जान गई है। उन्होंने कहा कि जम्मू क्षेत्र में हाल में कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुई हैं, जिनमें हमने बहादुर अधिकारियों, सैनिकों और कुछ नागरिकों को खो दिया है। मैं उनके बलिदान को नमन करता हूं। हमें सुरक्षा बलों के साहस और देशभक्ति पर पूरा भरोसा है और उन्हें (आतंकवाद से निपटने की) पूरी छूट दी गई है।

लाल चौक पर लहराता तिरंगा

आतंक के खिलाफ जारी रहेगा लड़ाई

मनोज सिन्हा ने कहा किजम्मू-कश्मीर प्रशासन जल्द ही ऐसी घटनाओं पर रोक लगाएगा। उन्होंने कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से कहना चाहता हूं कि हम जल्द ही ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने में सक्षम होंगे और हम पड़ोसी देश के नापाक इरादों को कभी सफल नहीं होने देंगे। जम्मू के लोगों ने कभी आतंकवाद का समर्थन नहीं किया और मुझे उम्मीद है कि लोग आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का समर्थन करेंगे।

बारिश के बीच स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए जातीं लड़कियां

उपराज्यपाल ने वीरता या सराहनीय सेवाओं के लिए पांच शौर्य चक्रों सहित लगभग 60 पदक जीतने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस की सराहना की है। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों की तस्करी एवं आतंकवाद के बीच संबंध हमारे लिए एक बड़ी चुनौती है। प्रशासन ने नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले आतंकवादियों और आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाई है। हम नशीले पदार्थों की तस्करी और आतंकवाद के नेटवर्क पर हमला कर रहे हैं और प्रशासन जम्मू-कश्मीर को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

स्वतंत्रता दिवस पर जवानों में भी दिखा जोश

शहीदों को दी श्रद्धांजलि

सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए श्रीनगर में ‘बलिदान स्तंभ’ का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि मैं सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों के उन बहादुरों को नमन करता हूं, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर को शांति और विकास के मार्ग पर ले जाने के लिए अपना खून बहाया।

उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा कि इन बहादुरों का एकमात्र सपना जम्मू-कश्मीर को, उसकी हजारों साल की विरासत को संरक्षित करते हुए और स्वराज के संकल्प के साथ आगे बढ़ते देखना था।