प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष मौकों पर खास परिधान में नजर आते हैं। उनके स्‍टाइल और वार्डरोब की चर्चा विदेशी मीडिया में भी होती है। 15 अगस्‍त, 2016 को आजादी की 69वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री ने लाल किले से जिस पगड़ी को पहनकर राष्‍ट्र किले को संबाेधित किया, वह अपना रंग उनके माथे पर छोड़ गई। उन्‍होंने अपने सिर पर लाल रंग का एक बैंड पहन रखा था। प्रधानमंत्री स्‍वतंत्रता दिवस समारोह के बाद राष्‍ट्रपति भवन पहुंचे। जहां राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने एट होम का आयोजन किया था। यहां मौजूद कई लोगों ने गौर किया प्रधानमंत्री के माथे पर अजीब सी लालिमा थी। इसी रंग का बैंड उन्‍होंने अपने माथे के चारों तरफ लपेट रखा था। प्रधानमंत्री ने एट होम में आए लगभग सभी 1800 लोगों से हाथ मिलाया और उनके साथ कुछ पल बिताए, मगर किसी ने भी उनसे इस नए लुक के बारे में कुछ नहीं पूछा। जब पत्रकारों ने प्रधानमंत्री से इस बारे में सवाल किया तो उन्‍होंने कहा कि लाल किले से स्‍वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान उन्‍होंने राजस्‍थानी पगड़ी पहनी थी। उसका रंग उनके बालों और माथे पर लग गया। उन्‍होंने यह भी कहा कि तब तक उन्‍हें यह बात किसी ने नहीं बताई थी। शायद सब यही सोच रहे होंगे कि बिल्‍ली के गले में घंटी कौन बांधे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्‍त, 2016 को स्‍वतंत्रता दिवस के मौके पर करीब 90 मिनट का भाषण दिया। लाल किले की प्राचीर से तीसरी बार बोलते हुए प्रधानमंत्री ने आतंकवाद पर कड़ाई से अपनी बात रखी। प्रधानमंत्री ने पड़ोसी देश पाकिस्तान को बेहद सख्त संदेश देते हुए बलूचिस्तान व पाक अधिकृत कश्मीर के प्रति सहानुभूति जताते हुए कहा कि उनकी सरकार हिंसा और आतंकवाद के आगे नहीं झुकेगी। उन्‍होंने अपनी सरकार द्वारा पिछले दो साल में उठाए गए कदमों का ब्‍यौरा दिया और भविष्‍य की योजनाओं को रेखांकित किया।