कांग्रेस ने अपनी पार्टी के खातों का इनकम टैक्स को लेकर चल रहे विवाद के बीच 65 करोड़ की वसूली को अलोकतांत्रिक बताया। पार्टी ने बुधवार को आरोप लगाया कि जिस तरह से इनकम टैक्स ने मामले की सुनवाई के दौरान कांग्रेस के खातों से 65 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने की बात कही है। यह आरोप कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने लगाया था। अब कांग्रेस का आरोप है कि आयकर विभाग ने उनके अकाउंट्स से 65 करोड़ रुपये निकाल लिए हैं।
आयकर विभाग ने कांग्रेस के चार बैंक खातों को सीज कर दिया था लेकिन आयकर अपीलीय प्राधिकरण (ITAT) ने कांग्रेस को राहत देते हुए इन खातों से फ्रीज हटा दिया था। अब कांग्रेस का आरोप है कि आयकर विभाग ने उनके अकाउंट्स से 65 करोड़ रुपये निकाल लिए हैं। ऐसे में आयकर विभाग बनाम कांग्रेस मामले में आज अदालत में सुनवाई हुई। मामला इसी पैसे से जुड़ा हुआ है। सुनवाई के दौरान कांग्रेस की ओर से वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा ने दलीलें रखीं।
‘फंड पार्टी केे लिए जरूरी’
विवेक तन्खा ने कहा कि जब घर में शादी होती है तो एक आदमी अपने सारे पैसे इकट्ठा कर लाता है ताकि शादी अच्छे से हो जाए। उसी तरह जब कोई पॉलिटिकल पार्टी चुनाव में उतरती है तो सारे फंड पार्टी केे लिए जरूरी होते हैं। जिसके जवाब में आयकर विभाग ने कहा कि ये कोई टैक्स की मांग नहीं है जो चुनाव से पहले उठाई जा रही है, हम 2021 से इसे देख रहे हैं। अगर कांग्रेस भुगतान नहीं करते हैं तो हमें उसके अनुसार कार्रवाई करेंगे। हमने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल किया है। कांग्रेस की ओर से बार-बार टैक्स का भुगतान नहीं किया जा रहा था जिस वजह से हमारे पास यही आखिरी विकल्प यही था।
कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर आर्थिक आतंकवाद’ शुरू करने का आरोप लगाया और दावा किया कि उसके खातों से 65 करोड़ रुपये से अधिक की राशि डाका डालकर निकाल ली गई, ताकि लोकसभा चुनाव से पहले उसे आर्थिक रूप से अपंग बनाया जा सके। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यह आरोप भी लगाया कि भाजपा दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को ‘तानाशाही राज’ में बदलने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को आर्थिक रूप से अपंग बनाने की कोशिश हो रही है।
65 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने की बात
माकन ने आरोप लगाया कि इनकम टैक्स विभाग ने विभिन्न बैंकों को उसके खातों से 65 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर करने के लिए कहा है जबकि इस मामले की सुनवाई फिलहाल चल रही है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि आईटी विभाग ने बैंकों को कांग्रेस, यूथ कांग्रेस और NSUI के खातों से 65 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम ट्रांसफर करने के लिए कहा। यह सरकार की तरफ से उठाए गए चिंताजनक कदम को दिखाता है। उन्होंने दावा किया कि 60।25 करोड़ रुपये की राशि कांग्रेस के खातों और पांच करोड़ रुपये यूथ कांग्रेस और NSUI के खातों से ट्रांसफर करने के लिए कहा गया है।
कांग्रेस का कहना था कि उसने यह रकम चंदे और सदस्यता अभियान से जुटाई है, जिस पर टैक्स मांगा जा रहा है। कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि क्या कभी बीजेपी ने आयकर भरा है? सरकार विपक्षी दल से पैसे चुरा रही है, क्या हमारे देश में लोकतंत्र है?