नए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या ढांचे (एनसीएफ) के अंतर्गत स्कूलों को कक्षा आठ तक की समय सारणी में 15 मिनट अल्पाहार का समय समाहित करने का परामर्श दिया गया है। यह अल्पाहार मध्याह्न भोजन से अलग होगा। एक अध्ययन के मुताबिक कक्षा में अल्पाहार लेने से विशेषकर छोटे बच्चों के अकादमिक प्रदर्शन में बहुत सुधार आता है।

नए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या ढांचे में कक्षा आठ तक की समय सारणी में अल्प आहार का समय उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। तीन से छह साल के बच्चों को स्कूल पहुंचने के 45 मिनट बाद ही अल्पाहार देने के लिए कहा गया है। एनसीएफ में माडल समयसारणी भी बनाकर दी गई है। इसके मुताबिक यदि बच्चे स्कूल में 9:30 बजे पहुंचते हैं तो उन्हें 10:15 तक अल्पाहार दे दिया जाना चाहिए।

अल्पाहार के लिए समयसारिणी में 15 मिनट का समय निर्धारित करने के लिए कहा गया है। छह से आठ साल तक के बच्चों यानी पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को डेढ़ घंटे बाद अल्पाहार देने के बारे में कहा गया है। यानी बच्चे सुबह नौ बजे स्कूल में आ रहे हैं तो उन्हें 10:30 बजे तक अल्पाहार मिला चाहिए। इसी तरह तीसरी से लेकर आठवीं तक के विद्यार्थियों को कक्षा में अल्पाहार के लिए 15 मिनट का समय निर्धारित करने के लिए कहा गया है। नौवीं से बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए अल्पाहार के समय की बात नहीं कही गई है।