एजेंडा आजतक कार्यक्रम में एक बार बाबा रामदेव से एंकर अंजना ओम कश्यप ने सवाल पूछा कि भारत में माना जाता है कि धर्मगुरुओं के पास भी काला धन है, क्या इनकी भी जांच होनी चाहिए? जवाब देते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि देश में 5 लाख साधु हैं सबकी जांच होनी चाहिए।

रामदेव ने कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि बाबा रामदेव से लेकर देश के सभी पांच लाख साधुओं की संपत्ति की जांच हो जानी चाहिए। हमारे पास या किसी भी धर्म गुरु के पास हो या किसी राजसत्ता में बैठे लोग के पास हो सबका काला धन अगर देश को मिल जाएगा तो हमारे देश में गरीबी दूर हो जाएगी। विश्व के जीडीपी में देश की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत तक हो जाएगी। ये किसी एक व्यक्ति का मुद्दा नहीं है यह देश का सबसे बड़ा मुद्दा है।

अगर अभी कांग्रेस पार्टी जिसके हाथ में सत्ता है वो इसपर कार्रवाई करती है तो देश उनको सलाम करेगा। नहीं तो आने वाले लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा कालाधन और भ्रष्टाचार होगा। मैं कांग्रेस का भला चाहता हूं। वैसे तो यह सरकार वेंटिलेटर पर है, अभी अर्थी सज चुकी है अत्येष्टी की तैयारी है।

बाबा रामदेव ने कहा कि 2013 तक 13 वीं हो जाएगी, अगर काले धन और भ्रष्टाचार पर कठोर कदम नहीं उठाया।साथ ही उन्होंने मांग कर दी कि मजबूत लोकपाल का निर्माण हो, चुनाव आयोग, सीबीआई, सीएजी के जो सवाल हैं उसे जल्द से जल्द सुलझाओ।

बताते चलें कि साल 2010 के बाद बाबा रामदेव के नेतृत्व में देश भर में काला धन को वापस लाने की मांग के साथ जमकर आंदोलन की गयी थी। बाबा रामदेव ने केंद्र सरकार पर काला धन वापस लाने का दवाब बनाया था। लोकपाल आंदोलन के दौरान ही हुए इस आंदोलन के कारण तात्कालिन कांग्रेस सरकार को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा था। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से इसे एक अहम मुद्दा बनाया गया था।