PM Narendra Modi in Meghalaya: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (18 दिसंबर) को मेघालय के शिलॉन्ग में पूर्वोत्तर परिषद के स्वर्ण जयंती समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। नॉर्थ ईस्टर्न काउंसिल के स्वर्ण जयंती समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि फुटबॉल में अगर कोई खिलाड़ी खेल भावना से नहीं खेलता तो उसे रेड कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया जाता है। ऐसे ही पिछले 8 वर्षों में हमने नॉर्थ ईस्ट के विकास के रास्ते में अनेक रुकावटों को रेड कार्ड दिखा दिया।
देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी North East में
PM मोदी ने कहा कि खेलों को लेकर केंद्र सरकार आज एक नई अप्रोच के साथ आगे बढ़ रही है। इसका लाभ नॉर्थ ईस्ट के युवाओं को हुआ है। देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी नॉर्थ ईस्ट में है। प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारे लिए नॉर्थ ईस्ट हमारे बॉर्डर एरिया, आखिरी छोर नहीं बल्कि सुरक्षा और समृद्धि के गेटवे हैं। राष्ट्र की सुरक्षा भी यहीं से सुनिश्चित होती है और दूसरे देशों से व्यापार भी यहीं से होता है।”
पीएम नरेंद्र मोदी ने शिलॉन्ग में कहा, “डिजिटल कनेक्टिविटी से सिर्फ बातचीत, संवाद ही बेहतर नहीं होता। बल्कि इससे टूरिज्म से लेकर टेक्नॉलॉजी तक, शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, हर क्षेत्र में सुविधाएं बढ़ती हैं, अवसर बढ़ते हैं।” उन्होंने कहा, “आज डंके की चोट पर बॉर्डर पर नई सड़कें, नई टनल, नए पुल, नई रेल लाइन, नए एयर स्ट्रिप बनाने का काम तेज़ी से चल रहा है। जो सीमावर्ती गांव कभी वीरान हुआ करते थे, हम उन्हें वाइब्रेंट बनाने में जुटे हैं।”
हम डिविजन को दूर करने का इरादा लेकर आए हैं- PM Narendra Modi
प्रधानमंत्री ने मेघालय में कहा, “लंबे समय तक देश में ये सोच रही है कि बॉर्डर एरिया में विकास होगा, कनेक्टटिविटी बढ़ेगी तो दुश्मन को फायदा होगा। पहले की सरकार इसी सोच के कारण नॉर्थ ईस्ट समेट देश के सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बेहतर नहीं हो पाई। लंबे समय तक जिन दलों की सरकारें रहीं, उनकी नॉर्थ ईस्ट के लिए डिविजन सोच थी और हम डिविजन को दूर करने का इरादा लेकर आए हैं।”
उन्होंने कहा, “अलग-अलग समुदाय हो या फिर अलग-अलग क्षेत्र, हम हर प्रकार के डिविजन को दूर कर रहे हैं। भ्रष्टाचार, भेदभाव, भाई-भतीजावाद, हिंसा, प्रोजेक्ट्स को लटकाना, भटकाना, वोट बैंक की राजनीति को बाहर करने के लिए हम ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं।”
