लोकसभा से इमिग्रेशन बिल पारित हो गया है, इस बिल की चर्चा लंबे समय चल रही थी। अब बीजेपी तो मानकर चल रही है कि इस बिल के आने के बाद रोहिंग्याओं की होने वाली अवैध एंट्री पर रोक लगेगी। गृह मंत्री अमित शाह ने भी दो टूक बोला है कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है।

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठिए हों या रोहिंग्या, पहले वे असम के रास्ते भारत में घुसते थे, जब कांग्रेस सत्ता में थी। अब वे पश्चिम बंगाल के रास्ते भारत में घुसते हैं, जहां TMC सत्ता में है। उन्हें आधार कार्ड, नागरिकता कौन देता है?.. पकड़े गए सभी बांग्लादेशियों के पास 24 परगना जिले के आधार कार्ड हैं। आप (TMC) आधार कार्ड जारी करते हैं और वे वोटर कार्ड लेकर दिल्ली आते हैं… 2026 में पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी और हम इस पर लगाम लगाएंगे।

अमित शाह ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि हमारी बांग्लादेश से सटी हुई सीमा 2216 किलोमीटर है और उसमें से 1653 किलोमीटर का बाड़ बन चुका है… 450 किलोमीटर की बाड़बंदी का काम इसलिए लंबित है क्योंकि पश्चिम बंगाल सरकार इसके लिए भूमि नहीं देती है… जब भी बाड़बंदी का काम होता है तो सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता गुंडागर्दी करते हैं और धार्मिक नारे लगाते हैं।

क्या है इमिग्रेशन बिल?

इस बिल के मुताबिक किसी भी विदेशी को बिना विद्या पासपोर्ट या दस्तावेजों के भारत में एंट्री नहीं मिलेगी और अगर ऐसा किसी ने करने की कोशिश की तो 5 साल की जेल और 5 लाख रुपए तक का जुर्माना लगेगा। बिल में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अगर कोई भी शख्स गलत जानकारी अपने दस्तावेजों को लेकर देगा या किसी तरीके की गड़बड़ी करने की कोशिश करेगा, उस स्थिति में भी 3 साल तक की जेल और 3 लाख का जुर्माना लगेगा। बिल के मुताबिक अगर कोई भी बिना वैध पासपोर्ट के भारत में एंट्री करेगा तो उसे तुरंत डिटेन किया जाएगा, इसके ऊपर अगर मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा होगा तो कड़ी कार्रवाई भी हो सकती है।