Cyclone Vayu Today in Gujarat Live Updates, Weather forecast Today LIVE News Updates: गुजरात में चक्रवाती तूफान ‘वायु’ का खतरा टल गया है। तूफान ने अपना रास्ता बदल लिया है। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात अब ओमान की तरफ बढ़ रहा है। एयपरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने गुरुवार (13 जून 2019) को जानकारी दी कि आधी रात से कांडला, केशोड़ एयरपोर्ट से विमान सेवाएं फिर से शुरू हो जाएंगी। इसके अलावा शुक्रवार सुबह 6 बजे भावनगर एयरपोर्ट से जबकि पोरबंदर और दीव एयरपोर्ट से 10 बजे से विमान उड़ान भरना शुरू कर देंगे।
Weather Forecast, Cyclone Vayu Today LIVE Updates: गुजरात में विमानों की आवाजाही आधी रात से होगी शुरू, एएआई ने दी जानकारी
Cyclone Vayu Today in Gujarat Live Updates, Weather forecast Today, Temperature Today LIVE Latest News Updates: गुजरात में चक्रवाती तूफान 'वायु' का खतरा टल गया है। तूफान ने अपना रास्ता बदल लिया है। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात अब ओमान की तरफ बढ़ रहा है।
Written by जनसत्ता ऑनलाइन
नई दिल्ली
Updated: 
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First published on: 13-06-2019 at 07:30 IST
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि तूफान का खतरा टल चुका है प्रशासन फिर भी 24 घंटे तक अलर्ट पर रहेगा। उन्होंने जानकारी दी कि 10 जिलों के स्कूल कॉलेज शुक्रवार (14 जून 2019) को बंद रहेंगे।
खतरा अभीतक टला नहीं है इसके गुजरात के तटीय इलाकों से अभी भी टकराने की संभावनाएं बताई जा रही हैं। ऐसे में इससे सबसे ज्यदा मछुआरे प्रभावित होंगे। डीआईजी कोस्ट गार्ड इकबाल सिंह ने बताया कि हम स्थिति को मॉनिटर कर रहे हैं और पूरी तरह से तैयार हैं। मछुआरों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए गए हैं। जिससे कि कोई भी मछुआरा अपनी नाव के साथ समुद्र में ना हो।
गुजरात के सीएमओ ने जानकारी दी कि तूफान को लेकर बीश्केक पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से फोन पर बातचीत की। इस दौरान तूफान को लेकर की जा रही तैयारियों के बारे में जानकारी ली। बातचीत में उन्होंने तूफान से वाले किसी भी नुकसान पर मदद का आश्वासन दिया। वहीं तूफान के चलते पश्चिमी रेलवे ने 9 और ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इससे पहले बुधवार को भी रेलवे ने कुल 70 ट्रेनों को कैंसल कर दिया था।
गुजरात बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष जीतू वघानी ने गिर सोमनाथ जिले का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने लोगों के बीच पहुंचकर उनसे बातचीत की। बता दें कि गिर सोमनाथ जिले के तूफान के वजह से प्रभावित होने की आशंका जताई गई है।
सशस्त्र बलों और तटरक्षक बल की मदद लेने के साथ ही गुजरात सरकार ने प्रदेश के 10 तटीय जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 33 टीम (प्रत्येक टीम में 90-100 कर्मी) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की नौ टीम तैनात की हैं। इसके अलावा सेना की 11 टुकड़ी (प्रत्येक टुकड़ी में 70 जवान), सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) की दो कंपनियां, राज्य रिजर्व पुलिस बल की 14 कंपनियां और 300 कमांडो कच्छ और सौराष्ट्र में विभिन्न जगहों पर तैनात किए गए हैं।
मौसम विज्ञान विभाग के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार चक्रवात वेरावल से लगभग 150 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में तथा पोरबंदर से लगभग 210 किलोमीटर दक्षिण में है। बुलेटिन में कहा गया, ‘‘काफी संभावना है कि यह सौराष्ट्र तट के किनारे उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ चलेगा जिससे अमरेली, गिर सोमनाथ, केंद्र शासित दीव, जूनागढ़, पोरबंदर, राजकोट, जामनगर, देवभूमि द्वारका और गुजरात के कच्छ क्षेत्र के जिले प्रभावित होंगे । इस दौरान 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी जो दोपहर बाद 180 किलोमीटर प्रति घंटे रफ्तार की हवाओं में तब्दील हो सकती हैं।’’
मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार को कहा कि चक्रवात ‘वायु’ ने अपना रास्ता बदल लिया है और अब इसके गुजरात तट पर दस्तक देने की संभावना नहीं है। हालांकि, राज्य सरकार ने कहा कि स्थिति अब भी ‘‘गंभीर’’ है। गुजरात सरकार ने तटीय जिलों में निचले इलाकों और कच्चे मकानों में रहने वाले तीन लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। वहीं, एहतियात के तौर पर हवाई अड्डे बंद कर दिए गए हैं और 70 ट्रेन रद्द कर दी गई हैं। सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में अलर्ट भी जारी किया गया है जो शुक्रवार तक जारी रहेगा।
भारतीय मौसम विभाग की वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती ने बताया कि यह गुजरात तट से नहीं टकराएगा। इसका असर सिर्फ तटीय क्षेत्रों में देखने को मिलेगा। इस इलाके में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने का अनुमान है। इसके पश्चिम की तरफ सौराष्ट्र तट से टकराने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है। इसके कारण मुंबई के पास समुद्र में ऊंची लहरें उठ सकती हैं। इससे पहले तूफान से होने वाले संभावित नुकसान की आशंका के मद्देनजर करीब तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। रेलवे ने तूफान को देखते हुए 70 ट्रेनें कैंसल कर दी हैं।
पश्चिमी रेलवे ने गुजरात में चक्रवात की आशंकावाले जिलों में सुरक्षा के मद्देनजर यात्री गाड़ियों के आवागमन को बुधवार शाम से ही बंद करने का निर्णय ले लिया था। अहमदाबाद एयरपोर्ट से कांडला, मुंद्रा, भावनगर, केशोद, पोरबंदर और दीव की सभी व्यावसायिक उड़ानें अगले आदेश तक निलंबित कर दी गई हैं
चक्रवात वायु के कारण गुजरात के 560 गांवों की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित गांवों की बिजली बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (GUVNL) ने पहले से ही चक्रवात वायु के मद्देनजर एक योजना तैयार की थी। जीयूवीएनएल की प्रभारी व प्रबंध निदेशक शमीमा हुसैन ने बताया कि सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में कबी 561 फीडर लाइनें प्रभावित हुई हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चक्रवाती तूफान वायु के खतरे को देखते हुए भारतीय तट रक्षक बल और नौसेना की तैयारियों की समीक्षा की। रक्षा मंत्री ने कहा कि वह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
चक्रवात वायु के अलर्ट के बीच बृहस्पतिवार को सोमनाथ मंदिर के पूजा पाठ में किसी भी तरह की बाधा नहीं पड़ी। गुजरात के मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडासामा ने बृहस्पतिवार को भी अलर्ट के बीच मंदिर खोले जाने के निर्णय का समर्थन किया। मंत्री ने कहा, 'मंदिर को बंद नहीं किया जा सकता। हमने पर्यटकों को नहीं जाने का आग्रह किया था। लेकिन आरती की गई।'
अतिरिक्त राजस्व वित्त सचिव पंकज कुमार का कहना है कि चक्रवात वायु के कारण किसी भी व्यक्ति की जान नही गई है। राज्य में पिछले 2 दिन में जो मौतें हुई हैं वे मानसून संबंधी घटनाओं के कारण हुई हैं ना कि चक्रवात वायु के कारण।
चक्रवाती तूफान वायु के रास्ता बदलने के बीच गुजरात के सूरत, भुज, कांडला, जामनगर, वडोदरा, अहमदाबाद में स्थिति सामान्य बनी हुई है। दीव, पोरबंदर और भावनगर एयरपोर्ट्स पर अभी 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। इन हवाओं के अधिकतम 60 किलोमीटर प्रतिघंटा होने का अनुमान है। भारतीय मौसम विभाग स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
चक्रवात वायु के कारण 100 से अधिक ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। पश्चिमी रेलवे ने बृहस्पतिवार को बताया कि समुद्री तूफान के कारण 77 ट्रेनों को रद्द किया गया है। वहीं 33 ट्रेनों की दूरी में कटौती की गई है। पश्चिमी रेलवे ने बताया कि हमारे क्षेत्र के तहत आने वाले वेरावल, ओखा, पोरबंदर, भावनगर, भुज और गांधी धाम में रेल यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर कई कदम उठाए जा रहे हैं।
चक्रवाती तूफान 'वायु' के रास्ता बदलने के बाद भी गुजरात को 'हाई अलर्ट' पर रखा गया है। चक्रवात से राज्य में लैंडफॉल की उम्मीद कम है। हालांकि, तेज हवा, धूल भरी आंधी और भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया गया है।
पश्चिम रेलवे ने चक्रवाती तूफान वायु के कारण 15 ट्रेनों को पूरी तरह से रद्द कर दिया है। इसके अलावा 16 ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया है।
चक्रवाती तूफान वायु रास्ता बदलने के बाद अब गुजरात तट से नहीं टकराएगा। भारतीय मौसम विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक देवेंद्र प्रधान ने कहा कि चक्रवात समुद्र में बना रहेगा। हालांकि, इसके गुजरात तट के समानांतर से होकर गुजरने का अनुमान है। चक्रवात हल्का पश्चिम की तरफ मुड़ गया है।
चक्रवाती तूफान 'वायु' को 'अंति गंभीर' श्रेणी में रखा गया है। तूफान के दौरान समुद्र में 20 फीट तक ऊंची लहरें उठने का आशंका व्यक्त की गई है। राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 52 टीमें तैनात की गई हैं।
चक्रवाती तूफान अब गुजरात को प्रभावित नहीं करेगा। भारतीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती का कहना है कि यह वेरवल, पोरबंदर और द्वारका से होकर निकल जाएगा। इसका प्रभाव सिर्फ तटीय क्षेत्रों में दिखेगा। यहां तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है।
चक्रवाती तूफान वायु के कारण अरब सागर में ऊंची लहरें उठ रही हैं। इस वजह से महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में सभी बीचों पर लोगों के आने पर रोक लगा दी गई है।
चक्रवाती तूफान वायु के कारण गुजरात के तीन जिलों में 6 लोगों के मौत हो गई है। दक्षिण गुजरात में लैंडफॉल के कारण 6 लोगों की मौत हो गई। वहीं इस घटना में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
गुजरात के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का कहना है कि तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित 10 इलाकों से अब तक 1,64,090 लोगों को निकाला चुका है। वहीं गुजरात के द्वारका में एनडीआरएफ की टीम द्वारा समुद्र किनारे से लोगों को हटाया जा रहा है।
मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवात 'वायु' उत्तर-उत्तरपूर्व में सौराष्ट्र तट की तरफ बढ़ सकता है। इसके अमरेली, गिर सोमनाथ, दीव, जूनागढ़, पोरबंदर, राजकोट, जामनगर, देवभूमि द्वारका और कच्छ जिले प्रभावित हो सकते हैं। दोपहर में हवाओं की स्पीड 155-165 किलोमीटर हो सकती है। दोपहर में हवाओं की गति बढ़कर 180 किलोमीटर प्रतिघंटा होने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
चक्रवात वायु के कारण गुजरात के गिर सोमनाथ में तेज हवाएं चल रह रही हैं। तेज हवाओं के कारण सोमनाथ मंदिर के प्रवेश द्वार का शेड टूट गया है।