दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में शुक्रवार को वायु गुणवत्ता में गिरावट दर्ज की गई। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 380 तक पहुंच गया, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, 10 से अधिक निगरानी केंद्रों ने वायु गुणवत्ता को ‘गंभीर’ बताया है। दीवाली के बाद से राजधानी में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे सांस संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ गया है और लोगों में चिंता का माहौल है।
शनिवार को दिल्ली के कर्तव्य पथ, अक्षरधाम और एम्स के आस-पास के इलाकों में घना धुंध छाया रहा। CPCB के मुताबिक, इन क्षेत्रों में AQI क्रमशः 391, 393 और 343 दर्ज किया गया, जो सभी “बहुत खराब” श्रेणी में हैं। प्रदूषण के कारण खासकर बुजुर्ग और श्वसन समस्याओं से जूझ रहे लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का मानना है कि वायु प्रदूषण के लिए एक से अधिक कारक जिम्मेदार हैं, जिनमें पराली जलाना, वाहन प्रदूषण और पटाखों का चलन शामिल है। उनका कहना है कि जैसे प्रदूषण के लिए कोई एक वजह नहीं है, वैसे ही इसका समाधान भी एक नहीं हो सकता—सभी को अपने स्तर पर योगदान देना होगा।
वहीं, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में तमिलनाडु, केरल और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, दक्षिण आंध्र प्रदेश और लक्षद्वीप में भी हल्की बारिश हो सकती है। मणिपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती हवाओं का प्रभाव बना हुआ है, जबकि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में भी चक्रवाती दबाव बना हुआ है। उत्तर प्रदेश में भी ठंड बढ़ने लगी है और तराई इलाकों में कोहरे का असर दिखाई देने लगा है।
Delhi News: आम आदमी पार्टी ने कहा कि बस मार्शल के लिए बड़ी खुशखबरी कि आने वाले दिनों में बस मार्शलों को स्थायी करने का प्रस्ताव LG को भेजेगी AAP सरकार भेजेगी। तब तक 4 महीने के लिए प्रदूषण के खिलाफ जंग में अपनी सेवाएं बस मार्शल देंगे। इसको लेकर सोमवार से Call Out Notice जारी किए जाएंगे।
Aaj Ka Mausam: दिल्ली के आसपास और उत्तरी भारत में खेतों में पड़ी पराली जलाने को मुख्य तौर पर प्रदूषण का ज़िम्मेदार माना जाता है। फसलों की कटाई के बाद नई फसल के लिए ज़मीन तैयार करने के लिए किसानों के पास जो सबसे अच्छा और सस्ता तरीक़ा है वो है खेतों में पड़ी पराली को जलाना।लेकिन दिक्कत ये है पश्चिमी हवाएं पराली जलने से पैदा हुए धुएं को उड़ाकर दिल्ली की ओर ले जाती हैं. इससे हर साल इस समय दिल्ली में प्रदूषण बेहद ख़तरनाक स्तर पर पहुंच जाता है।
Aaj Ka Mausam: पर्यावरण संगठन ग्रीनपीस ने 2018 में भारत के शहरों में प्रदूषण की स्थिति पर एक अध्ययन कराया था। इसके मुताबिक़ उस वक़्त दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में 22 भारत के थे। इस अध्ययन के मुताबिक़ इन शहरों की हवा में ख़तरनाक कणों का स्तर डब्ल्यूएचओ के सुरक्षित मानकों से काफी ऊपर था।
Aaj Ka Mausam: दुनिया के पांच सबसे ज़्य़ादा प्रदूषित शहर- गुरुग्राम, गाज़ियाबाद, फरीदाबाद, भिवाड़ी और नोएडा दिल्ली के 80 किलोमीटर के दायरे में ही हैं। एयर क्वालिटी के लिहाज़ से इस 80 किलोमीटर के दायरे की हवा सबसे ख़राब है।
लखनऊ में शुक्रवार की सुबह हल्का कोहरा और धुंध छाई रही, जबकि दिन में तेज धूप के कारण तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि शनिवार को भी लखनऊ का आसमान साफ रहेगा और सुबह हल्की धुंध रह सकती है। अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है, जो सामान्य से 2 डिग्री अधिक रहेगा।
उत्तर प्रदेश में इस बार सामान्य तापमान या थोड़ा अधिक ही बना रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभों की कमी और नीनो प्रभाव के कारण प्रदेश में ज्यादातर स्थानों पर औसत तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। इस महीने के दौरान दिन और रात के तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं होगी, जिससे ठंड का असर कम महसूस होगा। बारिश की संभावना भी नगण्य मानी जा रही है।
उत्तर प्रदेश के तराई इलाकों में ठंड का असर महसूस होने लगा है, जहां सुबह और शाम हल्का कोहरा दिखाई दे रहा है, और रातें ठंडी होती जा रही हैं। दिन के तापमान में भी कमी दर्ज की जा रही है। हालांकि, नवंबर में जो सर्दी होनी चाहिए, वह अभी तक पूरी तरह शुरू नहीं हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि 15 नवंबर के बाद ठंड में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है, जिससे लोगों को अधिक सर्दी का अहसास होगा।
आईएमडी ने तेज हवाओं और खराब मौसम को देखते हुए केरल-लक्षद्वीप तट पर मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने लोगों से अपील की है कि वे घर के अंदर रहें और बाहर न निकलें। भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण पेड़ों या होर्डिंग के नीचे खड़े होने से भी बचने की चेतावनी दी गई है। मौसम में उतार-चढ़ाव को लेकर सतर्क रहने की आवश्यकता है। प्रशासन ने सुरक्षा उपायों का पालन करने की सलाह दी है।
गुड़गांव में प्रदूषण का स्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है। इसकी वजह से लोगों की दिक्कतों में भी इजाफा होता जा रहा है। अस्पताल में सांस के रोगी लगातार पहुंच रहे हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि इस समय बहुत जरूरत होने पर ही बाहर निकलना चाहिए। जो लोग बाहर निकल रहे हैं, वे मास्क जरूर लगाएं।
यूपी में भी मौसम में बदलाव तेज हो गया है। जैसे-जैसे नवंबर का महीना आगे बढ़ रहा है पारा नीचे जाने लगा है। इस बीच प्रदूषण भी बढ़ रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों में ठंड तेज हो जाएगी, पारा और गिरेगा। सुबह शाम ठंड का एहसास होने लगा है। कई जगह धुंध और हल्का कोहरा भी देखने को मिल रहा है। प्रयागराज समेत कई शहरों में रात में ठंड तेज हो गई है।
दक्षिणी केरल के कई हिस्सों में शुक्रवार को बारिश होने के बाद भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य के तीन जिलों के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है। आईएमडी ने तिरुवनंतपुरम, कोल्लम और पथानामथिट्टा जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया। इसके अलावा अलपुझा, कोट्टायम, एर्नाकुलम और इडुक्की जिलों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया। ‘ऑरेंज अलर्ट’ बहुत भारी बारिश (छह सेमी से 20 सेमी) जबकि ‘येलो अलर्ट’ छह से 11 सेमी तक वर्षा दर्शाता है।
दिल्ली में शुक्रवार को सुबह और शाम के समय शहर में धुंध (स्मॉग) की मोटी परत छाई रही। प्रदूषण भी बढ़ गया है। दिन का तापमान सामान्य से 2.2 डिग्री अधिक 31.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह दिन में इस मौसम का न्यूनतम तापमान है।