आजतक के डिबेट शो में योगगुरु बाबा रामदेव अपने बयान पर बुरी तरह से घिरते दिखे। आईएमए के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा महासचिव ने उन पर जोरदार हमला बोला। महासचिव ने उनसे पूछा कि आपने एलोपैथी कितनी पढ़ी है? रामदेव आरोप प्रत्यारोप से इतने झल्ला गए कि उन्हें कहना पड़ा- बयान वापस ले लिया, अब जान लोगे क्या।

दरअसल, आजतक ने रामदेव के एलोपैथी वाले बयान पर एक डिबेट का आयोजन किया था। इसमें आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. राजन शर्मा और मौजूदा महासचिव डॉ जयेश एम लेले भी मौजूद थे। डॉ लेले योगगुरु पर खासे हमलावर नजर आए। उनकी रामदेव से तीखी झड़प भी हुई। उन्होंने रामदेव को शो में ही डपट दिया। रामदेव को कहना पड़ा कि वो उनसे इस तरह से बर्ताव नहीं कर सकते।

रामदेव ने कहा कि एलोपैथी के साथ अगर प्राकृतिक चिकित्सा भी मिल जाए तो लोगों का काफी भला हो सकता है। अनुलोम विलोम से डिबेट देसी घी तक जा पहुंची तो रामदेव ने गाय का मसला छेड़ने की कोशिश की। आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. राजन शर्मा ने उन पर पलटवार करते हुए कहा कि जब रामदेव फंस जाते हैं तो बेसिर पैर की बातें करने लग जाते हैं।

रामदेव ने खुद को सही साबित करने के लिए एम्स निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें वो कोरोना से लड़ाई में योग को कारगर मान रहे हैं। डॉ. राजन शर्मा का जवाब था कि सारा देश योग करता है। अकेले आप ही योग नहीं करते। रामदेव अपनी बातों पर कई बार फंसते दिखे। योग को सही साबित करने के लिए उन्होंने यहां तक कहा कि अगर किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आया है तो अनुलोम विलोम करते हुए वो अस्पताल तक पहुंच सकता है। एंकर अंजना ओम कश्यप ने भी उन्हें इस बात के लिए जमकर आड़े हाथ लिया।

डिबेट में रामदेव हाथ जोड़कर विवाद को शांत करने की भरसक कोशिश की लेकिन आईएएमए से जुड़े पदाधिकारी खासे हमलावर दिखे। डॉ. राजन शर्मा ने कहा कि आपके पास हर रोग का इलाज है।

एंकर ने बाबा से पूछा कि कोरोना मरीजों का इलाज वो कौन से अस्पताल में कर रहे हैं। रामदेव का जवाब था कि सारे देश के अस्पतालों में वो कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हैं। उनका कहना था कि वो सारा डेटा उपलब्ध करा देंगे।