हनुमान चालीसा विवाद पर सीएम उद्धव ठाकरे बेहद आक्रामक होते दिख रहे हैं। उन्होंने बीजेपी को सीधे लफ्जों में चेतावनी देते हुए कहा कि दादागिरी मत करिएगा। ऐसा करने की कोशिश भी की तो हमें पता है कि इसे कैसे ध्वस्त करना है। शिवसेना को उकसाइए मत, वर्ना बहुत महंगा पड़ जाएगा।
उद्धव ने कहा कि लगातार ये कहा जा रहा है कि हमने हिंदुत्व को छोड़ दिया है। ये क्या कोई धोती या और कोई चीज है, जिसे छोड़ा जा सकता है। हमारा हिंदुत्व गदाधारी है। जैसे हनुमान जी की गदा होती है ठीक वैसे ही। उनका कहना था कि अगर किसी को हनुमान चालीसा का पाठ करना है तो मुझे कॉल करिए। मेरे घर पर आईए। लेकिन हमें गुस्सा मत दिलाएं।
हनुमान चालीसा को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में खटास बढ़ती जा रही है। बीजेपी और शिवसेना एक दूसरे के आमने सामने आ खड़े हुए हैं। इसकी एक झलक तब भी देखने को मिली जब लाउड स्पीकर के मसले पर बुलाई सर्वदलीय बैठक में बीजेपी नहीं पहुंची। बैठक के बाद भी शिवसेना और बीजेपी ने अलग-अलग प्रेस कांफ्रेंस की। शिवसेना ने मीडिया से ज्यादा तीखी बातें नहीं कीं। लेकिन पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस हिंदुत्व के नाम पर शिवसेना को आईना दिखाते हुए नजर आए।
It's being said that we've ignored Hindutva. Is Hindutva a dhoti or what? Our Hindutva is 'Gada Dhari' like Lord Hanuman's Gada. If you want to recite Hanuman Chalisa, call and come home. But if you resort to 'Dadagiri' we know how to crumble it: Maharashtra CM Uddhav Thackeray pic.twitter.com/rgx3Jsh20p
— ANI (@ANI) April 25, 2022
अमरावती की सांसद नवनीत राणा को अरेस्ट करने के बाद बीजेपी इस मामले को गर्म रखने की कोशिश कर रही है। जानकारों का कहना है कि सीएम उद्धव के जो तेवर तीखे हुए उनकी वजह बीजेपी की राजनीति है। वो समझ रहे हैं कि बीजेपी उन्हें छद्म हिंदू साबित करने पर तुली है। जबकि शिवसेना की राजनीति की धुरी ही धर्म है।
यही वजह है कि उद्धव ने बीजेपी को सपाट लहजे में धमकी दी है। विश्लेषकों का कहना है कि आने वाले दिनों में धर्म को लेकर राजनीति और तीखी होती दिख रही है। यानि बीजेपी और शिवसेना के संबंधों में और भी ज्यादा बड़े पैमाने पर तल्खी दिखने के आसार हैं।