PM Modi Himachal Visit: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में आई आपदा की वजह से एक साल की बच्ची नितिका कुमारी ने अपने माता-पिता और दादी को खो दिया था। अब नितिका को उसकी बुआ पाल रही हैं। वहीं, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के कुछ आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने गग्गल एयरपोर्ट पर नितिका और उनके परिवार से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने नितिका की बुआ किरना को भरोसा दिया कि अगर आपको कोई समस्या हो तो मुझे फोन करें।

किरना ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “जब प्रधानमंत्री ने मुझसे बात की और नितिका को अपने हाथों में लिया, तो मुझे बहुत अच्छा लगा। यह वाकई एक मरहम लगाने वाला स्पर्श था, मुझे नहीं पता था कि उन्हें उसकी दुखद पृष्ठभूमि के बारे में पता था या उन्हें आज ही इसकी जानकारी मिली।” उन्होंने बताया कि पीएम ने बच्ची को लगभग तीन से चार मिनट तक गोद में रखा। बाद में, प्रधानमंत्री मोदी ने भी नितिका को गोद में लिए हुए अपनी तस्वीरें शेयर कीं।

नितिका अपनी बुआ के साथ रह रही

नितिका 15 जुलाई से अपनी बुआ के साथ रह रही है। उन्होंने कहा, “वह अब मेरे परिवार का अभिन्न अंग बन गई है।” नितिका कुमारी की बुआ का एक बेटा भी है और वो 11वीं क्लास में पढ़ता है। किरना के पति अनमंत्रन सिंह, नितिका के पिता बनकर बेहद खुश हैं। अनमंत्रन ने कहा, “वह हमारे लिए ईश्वर का आशीर्वाद है। अब हमारा परिवार पूरा हो गया है।”

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पूरी सड़क बह गई थी- सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट

30 जून की आधी रात को बादल फटने के बाद जब नितिका के घर में पानी घुसने लगा, तो उसके पिता रमेश कुमार पानी का बहाव मोड़ने के लिए बाहर दौड़े। उसकी मां राधा देवी और दादी पूर्णु देवी भी उसके पीछे-पीछे आईं। लेकिन उनमें से कोई भी वापस नहीं लौटा। अगले दिन रमेश का शव मिला। जिला प्रशासन ने 3 जुलाई को पीड़ित परिवार से संपर्क किया था। बल्ह की सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट स्मृतिका ठाकुर ने इंडियन एक्सप्रेस को फोन पर बताया, “मुझे वहां पहुंचने में दो घंटे लगे। पूरी सड़क बह गई थी। मुझे पैदल जाना पड़ा।”

नितिका की तरह रमेश ने भी बचपन में ही अपने पिता को खो दिया था। रमेश के चचेरे भाई बलवंत ठाकुर ने बताया, “रमेश सिर्फ छह महीने का था जब उसके पिता की एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।” परिवार पूर्णु की कमाई पर निर्भर था। बलवंत ने बताया, “मेरी चाची पूर्णु देवी एक सरकारी स्कूल में चपरासी थीं। उनकी रिटायरमेंट में सिर्फ सात महीने बाकी थे। रमेश खेतीबाड़ी करता था और उसकी कमाई ज्यादा नहीं थी।”

पीएम मोदी ने कई लोगों से बात की

किरना के साथ पीएम नरेंद्र मोदी ने मंडी, कांगड़ा और चंबा जिलों के 14 अन्य लोगों से भी बातचीत की। हिमाचल प्रदेश सरकार ने 26 जुलाई को नितिका को “राज्य की संतान” घोषित किया था और तब से उसे मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना में नामांकित किया गया है। इसके तहत उसे 4,000 रुपये मासिक मदद मिल रही है। इसमें से जुलाई और अगस्त के लिए 8,000 रुपये उसके खाते में जमा हो चुके हैं। यह मदद 27 साल तक जारी रहेगी।

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