लोकसभा चुनाव से पहले इंडियन एक्सप्रेस की ‘मोस्ट पावरफुल इंडियन’-IE 100 2024 की लिस्ट में पीएम मोदी पहले और गृहमंत्री अमित शाह दूसरे नंबर पर बने हुए हैं। ऐसा लगातार 7वें साल हो रहा है कि पीएम मोदी और अमित शाह इस लिस्ट में नंबर एक और दो पर हैं।
लिस्ट यह भी दिखाती है कि टॉप-10 नेताओं में चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और बिजनेसमेन गौतम अडानी के अलावा सभी नाम बीजेपी और आरएसएस से संबंध रखते हैं। विपक्ष के तीन अहम नाम–राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी टॉप-10 नेताओं के बाद आते हैं।
ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा भी इस लिस्ट में शामिल हैं। इसके अलावा पहलवान विनेश फोगाट को भी इस लिस्ट में जगह मिली है।
इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि क्यों पीएम मोदी, अमित शाह और मोहन भागवत अब भी टॉप तीन में बने हुए हैं। इस लिस्ट में — पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, आरएसएस चीफ मोहन भागवत, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डी वाई चंद्रचूड़, विदेश मंत्री एस जयशंकर, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण, जे पी नड्डा, गौतम अडानी टॉप-10 में हैं।
नरेंद्र मोदी : प्रधानमंत्री
‘मोस्ट पावरफुल इंडियन’-IE 100 2024 की लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहले नंबर पर रखा गया है। इसकी वजह उनकी दूसरे कार्यकाल में बढ़ी लोकप्रियता और कुछ बड़े फैसलों को माना गया है। जिसमें 370 को हटाए जाने की प्रमुखता से बात की गई है। दिल्ली में हुई G20 समिट के बाद भी उनकी लोकप्रियता के बढ़ने की बात कही गई है। उनके सोशल मीडिया साइट एक्स पर 95.6 मिलियन फॉलोअर्स भी हैं।
अमित शाह : गृहमंत्री
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट कहती है कि वह भले ही भाजपा प्रमुख नहीं हैं लेकिन अमित शाह ही पार्टी के मुख्य रणनीतिकार हैं। अमित शाह ने कई मोर्चों पर पार्टी की कमान संभाली है और कई बड़े फैसलों में उनका नाम रहा है। हाल ही में हुए मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में पार्टी की रणनीति का क्रडिट भी उन्हें ही दिया जाता रहा है। कई बड़े फैसलों जैसे–370 में भी उनके योगदान की बात की जाती है। उनके सोशल मीडिया पर 34.5 मिलियन फॉलोअर्स हैं।
मोहन भागवत : आरएसएस चीफ
मोहन भागवत उस समय आरएसएस के सरसंघचालक हैं जब संघ परिवार की विचारधारा देश की सत्ता में बिना किसी रुकावट के बनी हुई है। अनुच्छेद 370 और राम मंदिर–जिन्हें RSS के दो अहम मुद्दों के तौर पर देखा जाता था–पूरे हो गए हैं। पीएम मोदी ने अपने 22 जनवरी के भाषण में इस बात को रेखांकित किया कि मंदिर राम से राष्ट्र और “देव से देश” की यात्रा का प्रतीक है। यह RSS के एक संकल्प के पूरा होने की तरह था। ऐसे वक्त में मोहन भागवत का आरएसएस का चीफ होना उनके पावर को दर्शाता है।