दिल्ली में आईएएस पति-पत्नी को स्टेडियम के अंदर अपने कुत्ते को टहलाना काफी महंगा पड़ गया था। कुत्ता टहलाने के लिए स्टेडियम को खाली कराने का मामला सामने आने के बाद दोनों का ट्रांसफर दिल्ली से लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश कर दिया गया था। अब जो खबर आ सामने आ रही है, वो यह है कि जॉयन करने के बाद आईएएस दंपती लंबी छुट्टी पर चले गए हैं।

संजीव खिरवार और रिंकू धुग्गा दोनों एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) कैडर के 1994-बैच के अधिकारी हैं। 26 मई को गृह मंत्रालय द्वारा खिरवार को लद्दाख स्थानांतरित कर दिया गया था, जबकि उनकी पत्नी धुग्गा को अरुणाचल प्रदेश में तैनात किया गया था। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा हुई थी। उस वक्त लोग गूगल पर लद्दाख और अरुणाचल के बीच की दूरी को चेक करने लगे थे।

खिरवार के “स्थानांतरण और पोस्टिंग” आदेश के अनुसार उन्हें प्रमुख सचिव के रूप में लद्दाख भेजा गया था। उन्होंने 4 जुलाई को ड्यूटी पर जाने की सूचना दी थी। हालांकि, वह “कुछ दिनों” की सेवा के बाद छुट्टी पर चले गए, यूटी प्रशासन के सूत्रों ने कहा, उनके विभागों को अब अन्य अधिकारियों द्वारा देखा जाता है। “उन्होंने लंबी छुट्टी ली है। उनकी छुट्टी को उपराज्यपाल (राधा कृष्ण माथुर) ने मंजूरी दी थी, ‘लद्दाख प्रशासन के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा। अधिकारी ने खिरवार की छुट्टी के बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा कि यह ‘व्यक्तिगत’ था।

राज्य सरकार के सूत्रों ने बताया कि धुग्गा ने 27 जून को अरुणाचल प्रदेश में ड्यूटी ज्वाइन की थी और उन्हें स्वदेशी मामलों का प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया था। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वह जॉयन करने के बाद 70 दिनों की छुट्टी पर चली गईं। अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “उनको छुट्टी खुद मुख्यमंत्री ने दी थी।”

केंद्र सरकार के एक सूत्र ने कहा कि जब गृह मंत्रालय की ओर से स्थानांतरण का आदेश आया तो आईएएस दंपति दिल्ली में नहीं, बल्कि छुट्टी पर थे। सूत्र ने कहा कि दिल्ली लौटने के बाद दंपति को अपने काम को रिपोर्ट करने में एक महीने का समय लगा।

नियमानुसार एक अधिकारी को स्थानांतरण आदेश के दिन से ड्यूटी पर रिपोर्ट करने के लिए 15 दिन का समय मिलता है। एजीएमयूटी कैडर के अधिकारी, जो ‘कठिन क्षेत्रों’ में सेवा करते हैं, वे रिपोर्ट करने के समय से विशेष प्रोत्साहन प्राप्त करने के हकदार हैं।