जर्मनी की लग्ज़री वाहन निर्माता कंपनी मर्सिडीज-बेंज ने पहली मेक-इन-इंडिया Mercedes Benz EQS 580 4MATIC EV इलेक्ट्रिक कार को लॉन्च किया। लॉन्चिंग के मौके पर केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे। नितिन गडकरी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि हम मध्यम वर्ग के लोग हैं और यहां तक कि मैं भी आपकी कार नहीं खरीद सकता।

नितिन गडकरी ने मर्सिडीज-बेंज के वाहन स्क्रैपिंग इकाइयों की स्थापना के लिए संयुक्त उद्यम स्थापित करने पर भी विचार रखा, जिससे कंपनी को अपने पुर्जों की लागत को 30 प्रतिशत तक कम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, “हमारे रिकॉर्ड के अनुसार हमारे पास 1.02 करोड़ वाहन स्क्रैपिंग के लिए तैयार हैं। हमारे पास केवल 40 इकाइयां हैं। मेरा अनुमान है कि हम एक जिले में चार स्क्रैपिंग यूनिट खोल सकते हैं। इसलिए इतनी आसानी से हम ऐसी 2,000 इकाइयां खोल सकते हैं।”

नितिन गडकरी ने कहा, “आप उत्पादन बढ़ाएं, तभी लागत कम करना संभव है। हम मध्यम वर्ग के लोग हैं, मैं भी आपकी कार नहीं खरीद सकता। मेरा सुझाव है कि आप कुछ ऐसी इकाइयाँ स्थापित कर सकते हैं जो आपको रीसाइक्लिंग के लिए कच्चा माल देंगी, जिससे आपके कलपुर्जे की लागत 30 प्रतिशत तक कम हो जाएगी। सरकार ऐसी सुविधाओं को बढ़ावा दे रही है और जरूरी है कि हमें आपकी तरफ से सहयोग मिले।”

नितिन गडकरी ने कहा, “देश में कुल 15.7 लाख पंजीकृत इलेक्ट्रिक वाहन हैं। कुल ईवी बिक्री में 335 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और भारत एक बड़ा बाजार है। देश में एक्सप्रेस हाईवे आने से मर्सिडीज-बेंज इंडिया को इन कारों के लिए एक अच्छा बाजार मिलेगा। भारतीय ऑटोमोबाइल का क्षेत्र वर्तमान में 7.8 लाख करोड़ रुपये का है और इसमें 3.5 लाख करोड़ रुपये का निर्यात है। मेरा सपना इसे 15 लाख करोड़ रुपये का उद्योग बनाना है।”

मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने अक्टूबर 2020 में अपनी ऑल-इलेक्ट्रिक एसयूवी EQC को पूरी तरह से आयातित इकाई के रूप में लॉन्च करने के साथ भारत में अपना इलेक्ट्रो-मोबिलिटी ड्राइव शुरू किया। इसकी कीमत 1.07 करोड़ रुपये थी। मर्सिडीज की नई कार Mercedes Benz EQS 580 जिसे लॉन्च किया गया है, उसकी कीमत 1.55 करोड़ रुपये है।