Amit Shah Attack On Stalin: तमिलनाडु में हिंदी लागू करने के विवाद के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कोयंबटूर में अपने संबोधन की शुरुआत में राज्य के लोगों से माफी मांगी। अमित शाह ने कहा कि वह दुनिया की सबसे प्राचीन भाषाओं में से एक तमिल में बात नहीं कर पा रहे हैं।
कोयंबटूर में भाजपा के जिला कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद शाह ने कहा कि मैं माफी चाहता हूं कि मैं दुनिया की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक तमिल में बात नहीं कर पा रहा हूं।
उनकी यह टिप्पणी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में तीन-भाषा अनिवार्यता से संबंधित विवाद के बीच आई है, जिसके अनुसार छात्र तीन भाषाएं सीखेंगे – अंग्रेजी, हिंदी और एक स्थानीय भाषा। हालांकि, डीएमके तीन-भाषा नीति का कड़ा विरोध करती है और उसने राज्य की दो-भाषा अनिवार्यता पर अड़े रहने की कसम खाई है।
एमके स्टालिन सरकार पर हमला तेज करते हुए शाह ने कहा कि 2025 की शुरुआत दिल्ली की विजय से हुई है और 2026 तमिलनाडु में NDA की सरकार बनने और स्टालिन सरकार के समाप्त होने के साथ होगी। शाह ने कहा कि समय आ गया है कि तमिलनाडु में DMK की देशविरोधी सरकार को समाप्त कर दिया जाए। सभी लोग तमिलनाडु में NDA की सरकार बनाने के लिए अपनी कमर कस लें। तमिलनाडु में बनने वाली सरकार एक नए युग की शुरुआत करेगी। यहां भाई-भतीजावाद की दुकान समाप्त होगी और यहां हमेशा के लिए भ्रष्टाचार समाप्त हो जाएगा।
अमित शाह ने कहा कि 2024 भाजपा के लिए ऐतिहासिक वर्ष था। 2024 में पीएम मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री चुने गए। लंबे समय के बाद हमने आंध्र प्रदेश में सरकार बनाई। दिल्ली, महाराष्ट्र और हरियाणा में जीत से पता चलता है कि लोगों को भाजपा पर भरोसा है। हम 2026 का साल तमिलनाडु में सरकार बनाकर खत्म करेंगे।
गृह मंत्री ने कहा कि समय आ गया है कि हमें तमिलनाडु से राष्ट्रविरोधी डीएमके को हटाना होगा। 2026 में तमिलनाडु में एनडीए की सरकार बनेगी। नई सरकार यहां एक नए युग की शुरुआत करेगी। हम परिवार की राजनीति और भ्रष्टाचार को खत्म करेंगे। हम राज्य से राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को जड़ से खत्म कर देंगे।
उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि पार्टी अगले वर्ष विधानसभा चुनावों में भारी बहुमत के साथ सत्ता में आएगी, जो महाराष्ट्र और हरियाणा में पार्टी को मिले बहुमत से भी अधिक होगा।
‘तमिलनाडु के साथ अन्याय यूपीए के समय हुआ, एनडीए के समय नहीं’: अमित शाह
गृह मंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तमिल भाषा और तमिल संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए काफी काम किया है। शाह ने कहा कि यूपीए काल में तमिलनाडु के साथ अन्याय हुआ। पीएम मोदी ने तमिलनाडु के विकास के लिए करोड़ों रुपये दिए हैं। हमें तमिलनाडु के लोगों को पीएम मोदी द्वारा तमिल भाषा और तमिल संस्कृति के लिए किए गए कामों के बारे में बताना होगा।
उन्होंने केंद्र पर राज्य की उपेक्षा करने का झूठा आरोप लगाने के लिए एमके स्टालिन की सरकार की आलोचना की और कहा कि यह अन्याय यूपीए के कार्यकाल में हुआ था, एनडीए सरकार के तहत नहीं।
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शाह ने आंकड़े गिनाते हुए कहा कि तमिलनाडु के सीएम हमेशा पीएम मोदी पर तमिलनाडु की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हैं। इसमें कोई सच्चाई नहीं है, मैं आंकड़े लेकर आया हूं। मैं उन्हें यह बताने आया हूं कि अगर आप सच्चे हैं, तो राज्य के लोगों के सामने मैं जो पूछ रहा हूं उसका जवाब दें।”
केंद्रीय मंत्री ने विस्तार से बताया, “2004 से 2014 तक यूपीए सरकार थी और उसने राज्य को अनुदान और हस्तांतरण के रूप में 1,52,901 करोड़ रुपये दिए, जबकि मोदी सरकार ने 10 साल में 5,08,337 करोड़ रुपये दिए। इसके अलावा मोदी सरकार ने बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 1,43,000 करोड़ रुपये भी दिए।”
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