Hyderabad T raja singh prophet row protests: पैगंबर मुहम्मद पर विवादित बयान को लेकर मचे बवाल के बीच गुरुवार को टी राजा की दोबारा गिरफ्तारी हो गई है। टी राजा को मंगलवार को बेल पर छोड़ दिया गया था। इसके बाद लोग हैदराबाद में प्रदर्शन कर टी राजा की फिर से गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। 24 अगस्त की रात हैदराबाद के ओल्ड सिटी में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए और टी राजा की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। इस प्रदर्शन के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा।

सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी ‘सर तन से जुदा’ के नारे लगा रहे थे। वहीं कंचनबाग पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए आक्रामक नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन कर रहे 80 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था। हालांकि पुलिस की इस कार्रवाई पर AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी और अकबरुद्दीन ओवैसी के दखल के बाद प्रदर्शनकारियों को छोड़ दिया गया।

ओवैसी की मांग- दोबारा गिरफ्तारी हो टी राजा की:

असदुद्दीन ओवैसी ने मांग की है कि टी राजा को दोबारा गिरफ्तारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “तेलंगाना के स्पीकर को हमारी पार्टी ने एक पत्र लिखा, और भाजपा एमएलए को निलंबित करने की मांग की है।” दरअसल गोशामहल विधानसभा सीट से भाजपा विधायक टी राजा सिंह के खिलाफ दबीरपुरा पुलिस थाने में धारा 295(a) और 153(a) समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया था।

पैगंबर मुहम्मद पर विवादित बयान देने के मामले में कोर्ट ने पहले उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था, लेकिन बाद में उन्हें जमानत दे दी। जमानत को लेकर लोग अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं।

पुराने मामले में टी राजा को जारी हुआ नोटिस:

हैदराबाद पुलिस ने गुरुवार को निलंबित बीजेपी विधायक टी राजा सिंह को सीआरपीसी की धारा 41-ए (सभी मामलों में एक पुलिस अधिकारी के सामने पेश होने का नोटिस) के तहत नोटिस जारी किया है। वहीं विधायक सिंह के वकील ने जानकारी दी है कि ये नोटिस कुछ पुराने मामलों के संबंध में दिए गए थे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि राजा सिंह को फिर से गिरफ्तार किया जा सकता है।

टी राजा के वकील को धमकी:

वहीं टी राजा की जमानत के बाद उनके वकील को देश और विदेशों से भी धमकी दी जाने की खबर है। प्रदर्शनकारियों ने उनके घर को निशाना बनाते हुए सर तन से जुदा के नारे लगाए। बता दें कि भाजपा से निलंबित राजा सिंह को जमानत मिलने के बाद हंगामा बढ़ता दिख रहा है। ऐसे में पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को और चुस्त कर दिया है।

वहीं शुक्रवार का दिन काफी अहम माना जा रहा है। आशंका है कि जुमे(26 अगस्त) की नमाज के बाद पैगंबर मोहम्मद पर दिये बयान पर लोग आक्रामक विरोध दर्ज करवा सकते हैं।