विशाखापत्तनम/भुवनेश्वर। आंध्र प्रदेश और ओड़िशा चक्रवाती तूफान हुदहुद गुजरने के बाद उसके प्रभाव से जूझ रहे हैं जिससे हजारों लोग बेघर हो गए हैं तथा बंदरगाह शहर विशाखापत्तनम सहित करीब एक दर्जन जिलों में आधारभूत ढांचे को नुकसान पहुंचा है।
चक्रवात में आठ लोगों की मौत हो गई और सात लाख से अधिक लोगों को शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। चक्रवाती तूफान आंध्र प्रदेश से ओड़िशा की ओर बढ़ा जहां उसने करीब 50 हजार कच्चे मकानों, बिजली नेटवर्क, सड़कों को नुकसान पहुंचाया और उसके बाद छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ गया और ‘‘कम दबाव क्षेत्र’’ के रूप में कमजोर हो गया।
विशाखापत्तनम के अलावा व्यापक नुकसान झेलने वाले उत्तर आंध्र के अन्य तटवर्ती जिलों में श्रीकाकुलम, विजयनगरम और पूर्वी गोदावरी शामिल हैं। ओड़िशा में चक्रवात से प्रभावित आठ जिलों में गजपति, कोरापुट, मलकानगिरि और रायगढ़ में सबसे अधिक नुकसान हुआ है।
केंद्र स्थिति पर नजदीक नजर रखे हुए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की है कि वह कल विशाखापत्तनम का दौरा करेंगे जबकि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों से बात की जहां पर चक्रवात के बाद भारी वर्षा होने की आशंका है।