उदय कोटक को अगर सिर में एक गेंद न लगती तो आज शायद वह इतने बड़े बिजनसमैन न होते। क्रिकेट खेलते वक्त उनके साथ बड़ा हादसा हो गया था। सिर में लगी गेंद ने उन्हें लगभग मार ही दिया था लेकिन किस्मत ने उन्हें बचा लिया। उनका सपना प्रोफेशनल क्रिकेटर बनने का था। एक मैच के दौरान वह गेंद से घायल हो गए और उन्हें इमर्जेंसी सर्जरी करवानी पड़ी। इस घटना के बाद उनका क्रिकेट छूट गया और उनका पूरा ध्यान पढ़ाई की तरफ चला गया। वह मुंबई के नामी जमनालाल मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट में पढ़ाई कर रहे थे। यहा ंसे पढ़ाई पूरी करने के बाद वह परिवार के कॉटन एक्सपोर्ट के बिजनस में लग गए।

ब्लूमबर्ग बिलिनियर इंडेक्स के मुताबिक 61 सैल के उदय कोटक के पास आज 16 अरब डॉलर की संपत्ति है। 1985 में उन्होंने फाइनैंस का काम शुरू किया था। उनका जन्म मुंबई में एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके परिवार में 60 लोग थे और वे सभी एक ही छत के नीचे रहते थे। गेंद लगने की घटना के बाद जब वह ठीक हुए तो कॉटन एक्सपोर्ट का फैमिली बिजनस जॉइन कर लिया।

नौकरी के लिए भी उनका सिलेक्शन हो गया था। उन्हें हिंदुस्तान लीवर में अच्छी जॉब ऑफर हुई थी लेकिन वह बिजनस करना चाहते थे। उन्होंने फाइनैंशल कंसल्टेंसी का काम शुरू किया। इसके बाद 1985 में अपनी कंपनी बनाई जिसका नाम कोटक कैपिटल मैनेजमेंट फाइनेंस लिमिटेड था। बाद में इसी कंपनी का नाम कोटक महिंद्रा फाइनैंस हो गया।

2015 में आईएनजी व्यास बैंक का भी कोटक महिंद्रा में विलय हो गया था। 1985 में उनकी पल्लवी से शादी की थी। इनका एक बेटे और एक बेटी है। बेटे का नाम जय कोटक है।

उदय कोटक ने दोस्तों से उधार लेकर अपनी पहली कंपनी शुरू की थी। आज कोटक महिंद्रा की 600 ब्रांच हैं। वह मिनी मास्टर द पावर फाइनैंशल वर्ल्ड में जगह पाने वाले अकेले भारतीय रहे। उदय कोटक कहते हैं कि कोई भी फैसला लेने से पहले उन्हें परिवार के 14 सदस्यों को समझाना पड़ता था। आज कोटक महिंद्रा बैंक, कोटक सिक्यॉरिटीज, कोटक म्यूचुअल फ्ंड जैसे कई बिजनस हैं। वह ऐसे बिजनसमैन हैं जिन्होंने किसी की विरासत पर नहीं बल्कि अपने दम पर जीरो से शुरुआत की थी।