UP Lok Sabha Chunav Exit Poll: लोकसभा इलेक्शन के सभी सात चरणों की वोटिंग का समापन हो चुका है। अब सभी की निगाहें 4 जून पर टिकी हुई हैं। 6 एजेंसियों के एग्जिट पोल्स में उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 62 से 74 सीटें बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को मिलती हुई नजर आ रही हैं। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के इंडिया अलायंस को 9 से 13 सीटें मिल रही हैं। मायावती एक बार फिर से जीरो पर ही सिमट कर रह गई हैं।
रिपब्लिक भारत-मैट्रिज का एग्जिट पोल सामने आ गया है। इसमें एनडीए अलायंस 69 से 74 सीटें मिल सकती हैं। वहीं, इंडिया अलायंस को 6 से 11 सीटें मिलती हुई नजर आ रही हैं। प्रदेश में एनडीए का वोट शेयर 50 फीसदी, इंडिया अलायंस का 39 फीसदी और अन्य दलों को 11 प्रतिशत दिखाया है।
जन की बात के अनुसार, एनडीए को 68 से 74 सीटें, इंडिया गठबंधन को 6 से 12 सीटें मिल रही हैं। सिर्फ अगर भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो उसे 64-70 सीटें दी हैं। वहीं, सहयोगी दल अपना दल एस और रालोद को 2-2, सुभासपा को 1 सीटें मिलती हुई नजर आ रही हैं। समाजवादी पार्टी को 5 से 11 और कांग्रेस को एक सीट मिलती हुई दिख रही हैं।
एग्जिट पोल में यूपी में किसे कितनी सीटें मिलीं
टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल के अनुसार बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 68-71 सीटें और समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को 8-12 सीटें मिलती हुई नजर आ रही हैं। इंडिया न्यूज डायनामिक्स के अनुसार एनडीए गठबंधन को 69 और इंडिया गठबंधन को 11 सीटे मिलने की उम्मीद है। आज तक के एक्सिस माई इंडिया के मुताबिक, एनडीए को 67-72 सीटें, सपा-कांग्रेस के इंडिया अलायंस को 8 से 12 सीटे मिलती हुई नजर आ रही हैं।
इंडिया टीवी के मुताबिक, एनडीए को 62-68 सीटें मिल रही हैं। वहीं, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को 12-18 सीटें मिल रही हैं। अगर बात पार्टी के हिसाब से करें तो भाजपा को 58 से 64, अपना दल और रालोद को 2-2 सीटें, कांग्रेस को 1 से 2 सीटें और समाजवादी पार्टी के खाते में 11 से 16 सीटें आने की संभावना है। ओपी राजभर की पार्टी एसबीएसपी की पार्टी शून्य पर सिमट कर रह गई है।
मायावती की बसपा को जीरो सीट
एग्जिट पोल में सबसे ज्यादा नुकसान अगर किसी पार्टी को होता हुआ नजर आ रहा है तो वह बहुजन समाज पार्टी है। 2019 के लोकसभा इलेक्शन में बसपा और सपा ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और तब उस समय 10 सीटें मिली थी। इस बार बसपा अकेले ही मैदान में उतरी। अब एग्जिट पोल्स के नतीजों में बसपा शून्य पर ही सिमट कर रह गई है। बसपा को अलायंस में शामिल नहीं होने की वजह से भारी नुकसान होता हुआ नजर आ रहा है।