दिल्ली में मौजूद जाने-माने संस्थान जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय की एक छात्रा के साथ लूट की कोशिश की गई। ऐसा करने वाले लोग नशे में थे और अब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। लूट के समय तीनों ने छात्रा को बंदूक दिखाई और सबकुछ दे देने के लिए कहा। छात्रा के पास सिर्फ एक साधारण सा मोबाइल था, वह उसे वहीं छोड़कर भाग गए। अब पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्त में ले लिया है।
क्या जानकारी है?
पुलिस ने कहा कि शनिवार को गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने महिला की तलाशी भी ली और उन्हें किसी तरह का कीमती सामान नहीं मिल सका। तीनों आरोपियों की पहचान अनिल (22), सौरभ (23) और सलमान (27) के तौर पर हुई है, जिन्हें डकैती के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
डीसीपी दक्षिण-पश्चिम सुरेंद्र चौधरी ने सोमवार को बताया कि वह 20 और 21 अक्टूबर की रात जंगपुरा में अपने एक दोस्त के घर से ऑटोरिक्शा में जेएनयू लौट रही थी, जब शहीद भगत सिंह मार्ग पर अधचीनी रेड लाइट के पास करीब 2:30 बजे तीन अज्ञात लोग बाइक पर आए और महरौली की तरफ जाने का रास्ता पूछा।
जब ऑटो ड्राइवर ने जवाब देने के लिए ऑटो की रफ्तार धीमी की, तो बाइक आगे आकर रुक गई और उसका रास्ता रोक दिया। इनमें से एक शख्स ने देसी पिस्तौल निकाली और ऑटो ड्राइवर से कहा कि उन्हें उससे कुछ नहीं चाहिए।
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इस बीच नकाबपोश हमलावर ने कथित तौर पर ऑटो की पिछली सीट पर जबरन घुसकर पीड़िता से पैसे मांगने शुरू कर दिए।
शिकायत में छात्रा की ओर से कहा गया है, “जब मैंने उसे बार-बार बताया कि मेरे पास पैसे नहीं हैं तो आरोपी ने कथित तौर पर किसी भी कीमती सामान के लिए मेरी तलाशी ली। जब मैंने जाने देने की विनती की क्योंकि मेरे पास कोई कीमती सामान नहीं है, तो हमलावर ने मुझ पर बंदूक तानते हुए मेरा फोन मांगा। मैंने किसी तरह उसे यकीन दिलाया कि यह एक सस्ता फोन है।
‘तनाव से निकलने में लगा वक्त’
पीड़िता ने कहा कि उसे इस दर्दनाक घटना से उबरने में कुछ दिन लगे और उसने 24 अक्टूबर को ही पुलिस में अपना बयान दर्ज कराया। किशनगढ़ पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से घटना की रात पीड़िता के ऑटो द्वारा लिए गए रास्ते की जांच की और बाइक की पहचान की। पुलिस ने बताया कि इससे उन्हें आरोपियों का पता लगाने में आसानी हुई। आरोपियों ने इस घटना को कबूल किया और कहा कि वह पराठा खाने के लिए गए थे, उन्हें एक ऑटो दिखा और उन्होंने महिला से पैसे मांगे, इसके अलावा उसे किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाया।