Amit Shah Full Speech On Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में एक जोरदार भाषण दिया है, उनकी तरफ से विपक्ष के सभी सवालों के जवाब दिए गए हैं। उन्होंने ना सिर्फ सेना के शौर्य को सलाम किया है बल्कि सबूत गैंग पर भी जमकर बरसे हैं। शाह की तरफ से पहलगाम जांच को लेकर भी कई खुलासे किए हैं।

पहलगाम हमले की जांच को लेकर शाह ने बोला कि जांच की शुरुआत एक थकाने वाली तफ्तीश रही है। जांच के दौरान मृतक के परिजनों से चर्चा की गई, कई दूसरे लोगों से बात की गई। कुल मिलाकर 1055 लोगों से 3000 घंटे से ज्यादा की पूछताछ हुई। बाद में इसके आधार पर स्केच बनाए गए और खोजते-खोजते उन लोगों तक पहुंचे जिन्होंने आतंकियों को शरण दी थी।

शाह ने हमले के तुरंत बाद हुई कार्रवाई को लेकर कहा कि पहलगाम हमले के तुरंत बाद, मैंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की थी। मैंने अपने सामने एक महिला को खड़ा देखा, जो अपनी शादी के 6 दिन बाद ही विधवा हो गई थी – मैं उस दृश्य को कभी नहीं भूल सकता। मैं आज सभी परिवारों को बताना चाहता हूं कि मोदी जी ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए उन लोगों को भेजने वालों को मारा, और आज हमारे सुरक्षा बलों ने उन लोगों को भी मारा जिन्होंने हत्याएं की थी।

ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में जारी डिबेट के LIVE UPDATES

इसके बाद शाह ने पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम पर निशाना साधते हुए कहा कि कल चिदंबरम ने सवाल उठाया कि क्या प्रूव है कि आतंकी पाकिस्तान से आए, सवाल भी तब पूछा जब संसद में चर्चा होने वाली थी, आखिर वो क्या करा चाहते हैं, पाकिस्तान को बचाकर आपको क्या मिलेगा। मैं आज उन्हें कहना चाहता हूं कि हमारे पास प्रूव है, वो मैं सदन के पास रखना चाहता हूं, तीनों ही पाकिस्तान से थे। जो राइफल्स इस्तेमाल हुई थीं, चॉकलेट भी जो मिलीं, वो भी पाकिस्तान में बनीं। ये जब कहते हैं कि वो आतंकी पाकिस्तानी नहीं थे, इसका मतलब है कि देश का पूर्व गृह मंत्री पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहा है। वो पाकिस्तानी आतंकी नहीं थे, ऐसा बोलकर चिदंबरम ये भी सवाल खड़ा करते हैं कि आखिर हमने पाकिस्तान पर हमला क्यों किया।

अमित शाह आगे कहते हैं कि जो डेलिगेशन गई थी, उसने भी स्वीकार किया था कि हमला पाकिस्तान ने ही किया था, सबूत चाहिए था मैं दे देता। पाकिस्तान को बचाने का इनका ये ष्ड्यंत्र सामने आ चुका है, कोई बच नहीं पाएगा। वैसे शाह ने इस बात पर भी जोर दिया कि जो पाकिस्तान को क्लीन चिट देना का काम कर रहे हैं, उन्हें सरकार से सवाल पूछने का कोई अधिकार नहीं है।

ये लोग कहते हैं कि आपके समय में भी हमले हुए हैं। लेकिन ये लोग देख नहीं पा रहे हैं, हमारे कार्यकाल में जो भी हमले हुए, वो सभी पाक सैंट्रिक रहें और कश्मीर तक सीमित थे। पूरे देश में कोई भी ऐसा हमला नहीं हुआ है। कश्मीर में भी ऐसी स्थिति है कि आतंकी पाकिस्तान से भेजने पड़ते हैं, यहां कोई नहीं बचा है।

शाह के मुताबिक मनमोहन कार्यकाल की तुलना में मोदी सरकार के दौरान आतंकी हमलों में 70 फीसदी तक की कमी आई है। गृह मंत्री ने साफ कहा है कि कोई भी आंकड़ों से भाग नहीं सकता है। शाह की माने तो आर्टिकल 370 के खत्म होने से जम्मू-कश्मीर में आतंकी नेटवर्क ध्वस्त हुआ है। इसके बाद गृह मंत्री ने नेहरू पर निशाना साधते हुए कहा कि 1971 में पूरे देश ने इंदिरा जी का समर्थन किया था। उन्होंने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए, ये भारत की बहुत बड़ी विजय थी, इसपर पूरा भारत गर्व करता है, हम भी करते हैं। उस समय 93 हजार युद्धबंदी और 15 हजार वर्ग किमी क्षेत्र हमारे कब्जे में था। मगर शिमला समझौता हुआ, तो ये PoK मांगना ही भूल गए। अगर उस समय PoK मांग लेते, तो न रहता बांस न बजती बांसुरी। इन्होंने PoK तो नहीं लिया, उल्टा 15 हजार वर्ग किमी की जीती हुई भूमि भी वापस दे दी।