केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को दो दिन के दौरे पर दक्षिणी राज्य तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई पहुंच गए हैं। यहां शाह ने तमिलनाडु सरकार के एक कार्यक्रम में भाग लिया और चेन्नई मेट्रो रेल के दूसरे चरण समेत 67 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया। माना जा रहा है कि इस दौरान शाह द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) के दिग्गज नेता करुणानिधि के बड़े बेटे अलागिरि से मुलाकात कर सकते हैं। बीजेपी उनपर निगाह बनाए हुए है।
यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है, क्योंकि माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा अलगिरि की संभावित पार्टी कलैगनार डीएमके (KDMK) के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकती है। अलागिरि के एक करीबी नेता व पूर्व सांसद केपी रामालिंगम डीएमके छोड़ भाजपा में शामिल हो गए हैं। भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा, ‘एमके अलगिरी के साथ मेरे करीबी संबंध हैं। मैं उन्हें भारतीय जनता पार्टी में लाने की कोशिश करूंगा।’
अलागिरी करुणानिधि और उनकी दूसरी पत्नी दयालु अम्मल के बेटे हैं। अलागिरी तमिलनाडु में कैबिनेट मंत्री तक रह चुके हैं। 2009 में मदुरै से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे अलागिरी को केंद्र में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया था। करुणानिधि हमेशा राजनीतिक मामलों में स्टालिन को आगे करते रहे। जिसके चलते अलागिरी और स्टालिन के बीच नाराजगी बढ़ती गई और 2014 में करुणानिधि ने अलागिरी को पार्टी से बाहर कर दिया। 2018 में करुणानिधि के निधन के बाद पार्टी की कमान स्टालिन को मिली। जिसके बाद अलागिरी ने बयान दिया था कि स्टालिन के नेतृत्व में पार्टी बर्बाद हो जाएगी।
तमिलनाडु में हर पांच साल में सत्ता डीएमके या एआईएडीएमके के बीच बदलती रहती है, यानी राजनीतिक उठापटक कभी थमती नहीं। ऐसे में बीजेपी अलागिरी को साथ लेकर एक तीसरा मोर्चा खड़ा करना चाहती है। स्टालिन के सामने अलागिरी सबसे तगड़ी चुनौती दक्षिणी तमिलनाडु में ही पेश कर सकते हैं। वहां पर बीजेपी का साथ मिलने से अलागिरी की ताकत और बढ़ सकती है।
बता दें अमित शाह शनिवार को यहां लोगों को आश्चर्यचकित करते हुए अपने समर्थकों का अभिवादन करने के लिए प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए अपने वाहन से बाहर निकले और हवाई अड्डे के बाहर व्यस्त जीएसटी रोड पर पैदल चलने लगे। उन्होंने महानगर के लोगों को उनके प्यार के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि उनके लिए तमिलनाडु में होना बड़ी बात है। शाह के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये है। दौरे के दौरान उनके अगले साल अप्रैल-मई में प्रस्तावित तमिलनाडु विधानसभा चुनावों पर राज्य भाजपा पदाधिकारियों के साथ बैठक करने की संभावना है।
भाजपा में शामिल होने के बाद रामलिंगम ने कहा –
रामलिंगम भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की चेन्नई यात्रा से पूर्व यहां पार्टी कार्यालय में तमिलनाडु के पार्टी मामलों के प्रभारी एवं पार्टी महासचिव सी टी रवि और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एल मुरुगन की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए। लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य रह चुके रामलिंगम ने कहा कि वह अलागिरि को भाजपा में शामिल होने के लिए राजी करने को प्रयास करेंगे। हालांकि, पार्टी में शामिल होने या नहीं होने का फैसला अलागिरि ही करेंगे। रामलिंगम को पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने को लेकर इस साल के प्रारंभ में द्रमुक से निलंबित कर दिया गया था। उन्हें पार्टी की कृषि शाखा के सचिव पद से भी हटा दिया गया था। उन्होंने कोरोना वायरस महामारी पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक की पार्टी की मांग के विरूद्ध राय प्रकट की थी।
भाजपा में रामलिंगम का स्वागत करते हुए रवि ने ट्वीट किया, ‘‘यह बहुत बड़ा संकेत है कि द्रमुक के पूर्व सांसद डॉ. के पी रामलिंगम उस दिन भाजपा में शामिल हुए जिस दिन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह चेन्नई आ रहे हैं। इससे न केवल द्रमुक और उसका आधार कमजोर होगा बल्कि पूरे राज्य में भाजपा मजबूत होगी। ’’ कुछ साल पहले जब करुणानिधि के उत्तराधिकारी के तौर पर द्रमुक प्रमुख के पद के लिए जंग छिड़ गयी थी तब 66 वर्षीय रामलिंगम अलागिरि के खेमे में थे।