पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर भाजपा ने अंशदान लेने का अभियान शुरू किया है। गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस अभियान के दौरान पार्टी फंड में 1000 रु का दान दिया और ट्वीट कर कहा, ”भाजपा को दिया गया कोई भी डोनेशन एक मजबूत नए भारत की दिशा में एक अहम योगदान है। आप नमो ऐप के माध्यम से योगदान कर सकते हैं।” अमित शाह की इस अपील के बाद तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सोशल मीडिया पर आने लगीं।
अमित शाह द्वारा भाजपा को चंदा देने की अपील पर ट्विटर पर प्रतिक्रिया देते हुए एक यूजर (@GJyoti) ने लिखा, ”जब हम पहले से ही बहुत सारे टैक्स दे रहे हैं तो हमें अलग से दान क्यों करना चाहिए। पेट्रोल की कीमतें, यात्रा पर खर्च, भोजन का खर्च, सब कुछ दिन-ब-दिन बढ़ रहा है, आप लोग इतनी सारी राशि खर्च कहां कर रहे हैं ?”
यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी ने पीएम नरेंद्र द्वारा 1000 रु डोनेट करने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ”भारत के प्रधानमंत्री भी?” वहीं, (@Rakesh06158905) नामक यूजर ने कहा, ”क्यूं आपकी सरकार बिहार की बेरोजगारी पर ध्यान नहीं देती?”
इसी तरह (@AnwaRPathaN0) ने लिखा, ” राजनीतिक दलों को चंदा देने के बजाय अपने आसपास के गरीबों की मदद करो, वो काम आ जाएगा कभी लेकिन ये नेता किसी के नहीं होते हैं।”
अमित शाह की अपील पर (@kalagirsa) ने इस पर हैरानी जताते हुए पूछा, ” भाजपा को फंड चाहिए? मुझ जैसे भाजपा कार्यकर्ता को भी ये बात हजम नहीं होती।” इस दौरान कुछ लोगों ने डोनेशन देने के बाद स्क्रीन शॉट्स भी शेयर किए।
इसके पहले, अंशदान के रूप में 1000 रुपए की राशि देकर जेपी नड्डा ने इस अभियान की शुरुआत की। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को पत्र लिखकर इस अभियान में शामिल होने की अपील की। इस अभियान के तहत डोनेशन देने वालों में पीएम मोदी भी शामिल हैं। उन्होंने भी 1000 रु डोनेट किए। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी को उनके समाधि स्थल पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।