पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले में मंगलवार को भाजपा प्रमुख अमित शाह की रैली का आयोजन किया गया था। रैली में अमित शाह ने ममता बनर्जी और उनकी सरकार पर जमकर निशाना साधा। शाह ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर करारा हमला करते हुए आरोप लगाए कि चिटफंड कंपनियों के मालिकों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पेंटिंग करोड़ों रुपये में खरीदी। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का संकल्प जताते हुए शाह ने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में अगली सरकार बनाई तो वह सुनिश्चित करेगी कि चिट फंड निवेश का शिकार बने हर निवेशक को उसका धन वापस मिले। रैली खत्म होने के बाद के बाद भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। कथित तौर पर टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं को ले जा रहे वाहनों में तोड़फोड़ के बाद उसे आग के हवाले कर दिया गया। दोनों पार्टियों के सूत्रों ने बताया कि झड़प में तीन व्यक्ति घायल हुए हैं। हालांकि पुलिस से इसकी पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, राजनाथ सिंह ने ममता बनर्जी को फोन कर इस हिंसक घटना पर चिंता जताई है।

भाजपा ने आरोप लगाया कि जिन बसों से भाजपा कार्यकर्ता रैली से लौट रहे थे, उस पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हमला किया और आग लगा दी। वहीं तृणमूल कांग्रेस का दावा है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने तृणमूल कांग्रेस के कांठी में स्थित एक स्थानीय कार्यालय पर हमला किया और तोड़फोड़ की। उन्होंने बताया कि इसके बाद तृणमूल कांग्रेस के गुस्साए कार्यकर्ताओं ने पलटवार किया और झड़प शुरू हो गई। झड़प की खबर मिलने पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ममता बनर्जी से फोन कर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हिंसा करने वाले लोगों को हिरासत में लेना चाहिए।

वहीं, भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पूर्वी मिदनापुर में अमित शाह के रैली स्थल के निकट वाहनों को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा, “हम ममता जी को चेतावनी देना चाहते हैं कि इस प्रकार बीजेपी का कार्यकर्ता न डरने वाला है और न झुंकने वाला है। ये ममता जी को बहुत महंगा पड़ेगा।” राज्य में भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, “हमारे समर्थक जब अमित शाह की रैली से लौट रहे थे तो उन पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हमला किया। यह शर्मनाक है। हम इसकी आलोचना करते हैं।” तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया कि भाजपा राज्य की शांति और स्थायित्व को भंग करने की कोशिश कर रही है।