Gitanjali Angmo Meets Sonam Wangchuk In Jodhpur jail: लद्दाख के क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि अंगमो ने जोधपुर की जेल में उनसे मुलाकात की है। वांगचुक को हिरासत में लिए जाने के बाद उनकी यह पहली मुलाकात है। इसकी जानकारी खुद सोनम वांगचुक की पत्नी ने एक्स पर दी है। उन्होंने कहा कि वांगचुक का हौसला अभी भी अटूट है।

लेह में पुलिस की गोलीबारी में चार प्रदर्शनकारियों की मौत के दो दिन बाद वांगचुक को नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत हिरासत में लिया गया था। गीतांजलि ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “आज वांगचुक से मुलाकात हुई और उन्हें डिटेंशन का आदेश मिला, जिसे हम चुनौती देंगे। उनका हौसला अटूट है। उनकी प्रतिबद्धता अटल है। उनका धैर्य बरकरार है। वह सभी के समर्थन और एकजुटता के लिए हार्दिक धन्यवाद व्यक्त करते हैं।”

अंगमो ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका

अंगमो ने 3 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। इसके बाद सोमवार को कोर्ट ने उनकी याचिका पर केंद्र और लद्दाख प्रशासन को नोटिस जारी किया। कोर्ट इस मामले पर 14 अक्टूबर को फिर सुनवाई करेगा। इससे पहले अंगमो ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को पत्र लिखकर वांगचुक की तत्काल रिहाई की मांग की थी।

उन्होंने कहा था कि वांगचुक को बिना किसी कारण के हिरासत में लिया गया है और सवाल किया था कि उन्हें अपने पति से फोन पर या व्यक्तिगत रूप से बात करने का अधिकार क्यों नहीं है। अंग्मो हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स, लद्दाख (HIAL) की संस्थापक और सीईओ हैं और उन्होंने कहा है कि “मेरे पति की अवैध हिरासत के अलावा, जिस तरह से राज्य और उसकी एजेंसियां ​​हमें परेशान कर रही हैं और हमें निगरानी में रख रही हैं, वह निंदनीय है। यह भारतीय संविधान की भावना और चरित्र का उल्लंघन है। इसमें अनुच्छेद 21 और 22 भी शामिल हैं।”

गीतांजलि ने वांगचुक के खिलाफ उत्पीड़न का लगाया था आरोप

उन्होंने वांगचुक के खिलाफ उत्पीड़न का आरोप लगाया था और कहा था, “इस देश के लोग एकजुटता और समर्थन में आगे आ रहे हैं और राष्ट्र की सेवा का बेदाग रिकॉर्ड रखने वाले एक शांतिपूर्ण गांधीवादी प्रदर्शनकारी के खिलाफ सरकार की कार्रवाई से ‘स्तब्ध’ हैं।”

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