प्रधानमंत्री ने कहा, “पूर्वोत्तर के युवा अपने सेवक पर, अपने इस मोदी पर विश्वास रखें। आपकी परंपरा, भाषा, रहन-सहन, संस्कृति पर आंच नहीं आने दूंगा। आपके हक पर कोई आंच नहीं आने दूंगा। आपके भविष्य को और निखारने के लिए अपने आप को खपा दूंगा।’ पीएम ने झारखंड की चुनावी रैली में कहा कि कांग्रेस और उसके साथी नॉर्थ ईस्ट में भी आग लगाने की कोशिश कर रहे हैं। वे लोग भ्रम फैला रहे हैं कि बांग्लादेश से बड़ी संख्या में लोग पूर्वोत्तर में आ जाएंगे। जबकि ये कानून पहले से ही भारत आ चुके शरणार्थियों की नागरिकता के लिए है।
नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने लालुंगगांव में गोलियां चलाई। इसमें कुछ लोग कथित तौर पर घायल हो गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि प्रदर्शकारियों ने पुलिसर्किमयों पर पत्थरबाजी की और ईंटे फेंकी और पुलिस ने जब उन्हें शांत कराने की कोशिश की तो ये लोग वहां से नहीं हटे। प्रदर्शनकारियों ने अम्बरोई क्षेत्र में वरिष्ठ भाजपा नेता हेमंत बिस्वा सरमा का पुतला जलाया। वहीं कॉटन विश्वविद्यालय और हंदीक गर्ल्स कॉलेज के विद्यार्थी भी कैब के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
नागरिकता बिल के विरोध में महाराष्ट्र के बड़े पुलिस अधिकारी अब्दुल रहमान ने इस्तीफा दे दिया है। अब्दुल रहमान महाराष्ट्र मानवाधिकार आयोग में आईजी के पद पर तैनात हैं। रहमान ने नागरिकता बिल को मुस्लिम विरोधी बताते हुए इस्तीफा दिया। एक ट्वीट में अब्दुर्रहमान ने लिखा कि उन्होंने वीआरएस की मांग की थी। उन्होंने लिखा, ‘मैंने वीआरएस के लिए एक अगस्त 2019 को आवेदन किया था। 25 अक्टूबर 2019 को राज्य सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को मेरे वीआरएस की सिफारिश भेजी थी, लेकिन गृह मंत्रालय ने स्वीकार नहीं किया।’