Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में लगातार बारिश और भूस्खलन (Landslides) से 66 लोगों की मौत हो गई है।  जबकि कई स्थानों पर मकान ढहने से घायलों को बचाने और मलबे से शव निकालने के लिए अभियान जारी है। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अब तक प्रदेश में 13 अगस्त को भारी बारिश शुरू होने के बाद से 60 लोगों की मौत हो गई है। मौसम विभाग  ने अगले दो दिनों में हिमाचल प्रदेश में और अगले चार दिनों में उत्तराखंड भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।

कई घर ढहे, पल-पल मुसीबत में जी रहे आम लोग 

मंगलवार को बचावकर्मियों ने भूस्खलन के बाद मलबे से तीन और शव बरामद किये।  शिमला में ढहे शिव मंदिर के मलबे से एक शव निकाला गया।  जबकि शहर में ताजा भूस्खलन में दो लोगों की मौत हो गई। शिमला के कृष्णानगर इलाके में भूस्खलन के बाद छह अस्थायी सहित कम से कम आठ घर ढह गए और एक स्लॉटर हाउस मलबे में दब गया।

सोमवार से अब तक कुल 19 शव बरामद किए गए हैं, जिनमें से 12 समर हिल में शिव मंदिर स्थल से, पांच फागली में और दो कृष्णानगर में हैं। 10 से अधिक लोगों के अभी भी शिव मंदिर में फंसे होने की आशंका है, जो सोमवार को ढह गया था। 

स्कूल-कॉलेज बंद

शिक्षा विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि खराब मौसम के कारण राज्य के सभी स्कूल और कॉलेज बुधवार को बंद रहेंगे। शिमला के पुलिस कमिशनर आदित्य नेगी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और सेना ने पुलिस और एसडीआरएफ के साथ मिलकर सुबह करीब छह बजे समर हिल में बचाव अभियान फिर से शुरू किया।

भारी बारिश के बाद सोमवार रात को बचाव अभियान रोक दिया गया था। मौसम विभाग ने मंगलवार (15 अगस्त) को ऑरेंज अलर्ट जारी किया, जबकि 19 अगस्त तक अगले चार दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। 

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ली बैठक

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य में मौजूदा स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की और इस बात पर जोर दिया कि हिमाचल सरकार प्राथमिकता के आधार पर बहाली के प्रयासों में तेजी लाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार उन्होंने अधिकारियों को पिछले कुछ दिनों में मूसलाधार बारिश से प्रभावित बिजली और जल आपूर्ति योजनाओं को तेजी से बहाल करने का भी निर्देश दिया।

इस बीच हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने मूसलाधार बारिश को देखते हुए शिक्षण गतिविधियों को 19 अगस्त तक निलंबित कर दिया है। विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी भी 20 अगस्त तक बंद रहेगी।