Bihar Politics: हिमाचल प्रदेश के पूर्व एडीजीपी जय प्रकाश सिंह ने चुनाव लड़ने के लिए वीआरएस लिया था। उन्होंने छपरा विधानसभा सीट से प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज के टिकट पर चुनाव लड़ा था। नतीजों में उनकी करारी हार ही नहीं हुई बल्कि जमानत जब्त हो गई। अपनी हार को लेकर उन्होंने कहा कि हार जीत तो चलती रहती है।

जानकारी के मुताबिक, पूर्व एडीजीपी जय प्रकाश सिंह 2000 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। उन्हें इसी साल 31 जनवरी, 2025 को महानिरीक्षक के पद से एडीजीपी के पद पर प्रमोट किया गया था लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने के लिए नौकरी छोड़ दी थी। नौकरी में प्रमोशन मिलने के बाद राजनीतिक सफलता के प्रयास में उन्होंने पांच महीने बाद जुलाई में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति यानी वीआरएस का विकल्प चुना था। उनका कार्यकाल 31 जुलाई, 2027 तक था।

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सारण के रहने वाले हैं एडीजीपी

पूर्व एडीजीपी बिहार के सारण जिले के वार्ड नंबर-8 तेघरा के निवासी हैं। प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (जेएसपी) के टिकट पर जय प्रकाश सिंह ने छपरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा। छपरा में बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान हुआ था। चुनावी नतीजों में जय प्रकाश सिंह को केवल 3,433 वोट ही मिले। वह दस उम्मीदवारों के बीच चौथे स्थान पर रहे और 83,412 वोटों के भारी अंतर से हार गए।

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शनिवार को जय प्रकाश सिंह ने कहा कि एनडीए गठबंधन यह समझाने में कामयाब रहा… कि वोट जनसुराज को दिया गया तो आरजेडी को फायदा होगा। जय प्रकाश सिंह ने कहा कि आरजेडी कभी बिहार राज्य में जंगल राज के लिए ज़िम्मेदार थी। इसके अलावा, महिला मतदाताओं के खातों में 10-10 हज़ार रुपये का हस्तांतरण, 125 यूनिट मुफ़्त बिजली की घोषणा और अन्य योजनाओं से भी एनडीए गठबंधन को फ़ायदा हुआ।

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प्रत्याशी बोले- कभी नहीं हुआ पछतावा

पुलिस सेवा से वीआरएस लेने के बाद राजनीति में आने के अपने फैसले पर जय प्रकाश सिंह ने कहा कि मुझे भारतीय सेना में कमीशन मिला था। सेना में मेजर के पद से इस्तीफा देने के बाद मैंने सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी थी। आगे चाहे जो भी हुआ हो, मुझे अपने फैसलों पर कभी पछतावा नहीं हुआ।

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कितनी है जय प्रकाश सिंह की संपत्ति?

बता दें कि छपरा विधानसभा सीट पर बीजेपी की छोटी कुमारी ने 86,845 वोट हासिल कर छपरा विधानसभा सीट पर जीती थी। आरजेडी प्रत्याशी शत्रुघ्न यादव 79245 वोट के साथ दूसरे और निर्दलीय प्रत्याशी राखी गुप्ता 11488 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहीं थी।

चुनावी हलफनामे के अनुसार, जय प्रकाश सिंह की व्यक्तिगत चल संपत्ति का मूल्य लगभग 2.18 करोड़ रुपये और अचल संपत्ति का मूल्य लगभग 2.72 करोड़ रुपये है।

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