1 करोड़ 81 लाख राशन कार्ड धारकों (Ration Card) को सरकार बड़ी राहत देने की तैयारी कर रही है। इससे इन राशन कार्ड धारकों को अब बार- बार राशन कार्ड बनवाने (Ration Card Update) की समस्या से निजात मिलेगी। जल्द ही सरकार इनके लिए स्मार्टकार्ड (Smart Card) बनाने जा रही है। स्मार्ट कार्ड (Smart Ration Card) के एक बार बन जाने से लोगों को अपने राशन कार्ड के फटने गलने व सड़ने का डर नहीं होगा और न ही इसे खोने पर ही कोई समस्या होगी। यानी कि राशन कार्ड के बार- बार बनवाने की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी।
दरअसल, बिहार सरकार ने बार- बार राशन कार्ड बनवाने की समस्या को देखते हुए स्मार्ट कार्ड बनाने की योजना लेकर आई है। इसे जल्द ही लोगों के लिए जारी किया जाएगा, ये उन लोगों के लिए राशन कार्ड जारी किया जाएगा, जो इसके लिए योग्य हैं और जिनके पास राशन कार्ड है। वर्तमान में उपलब्ध डाटा के अनुसार, इसके तहत 1 करोड़ 81 लाख राशन कार्डधारक परिवारों के लिए स्मार्ट कार्ड जारी किया जाएगा। यह स्मार्ट राशन कार्ड का इस्तेमाल लोग एटीएम कार्ड की तरह कर सकेंगे।
लोगों को क्या होगा फायदा
राशन कार्ड में पादर्शिता लाने के लिए स्मार्ट कार्ड शुरू किया जा रहा है। इससे दुकनदारों की मनमानी दूर होगी तो वहीं राशन कार्ड धारकों को कहीं से भी राशन लेने में सुविधा होगी। स्मार्ट राशन कार्ड में एक क्यूआर कोड होगा, जिसको स्कैन करके कहीं से भी आप राशन का लाभ उठा सकते हैं। लेकिन इससे पहले अगर आपका आधार कार्ड राशन कार्ड से सिडिंग नहीं हुआ है तो 31 मार्च से पहले कराना होगा।
दिए गए हैं निर्देश
बिहार सरकार के खाद्य सचिव विनय कुमार ने बताया कि वन नेशन वन राशन कार्ड अंतर्गत आधार सिडिंग एवं सत्यापन का कार्य सुनिश्चित करने का निर्देश सभी अनुमंडल अधिकारियों को दिया गया है। कार्ड धारकों को किसी तरह की समस्या नहीं आए इसके लिए पीएसयू केंद्र पर सिडिंग का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही सत्यापन भी किया जाएगा, जिससे राशन कार्ड में अनियमिता व गड़बड़ी जैसी परेशानी न आए।
फटाफट करें यह काम
अगर आप बिहार के निवासी है और आपका भी आधार अभी तक राशन कार्ड से लिंग नहीं है तो इसे फटाफट से करा लें नहीं तो आपको स्मार्ट राशन कार्ड का लाभ नहीं मिलेगा। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के आंकड़े के अनुसार, बिहार में लाभुक परिवारों की वास्तविक संख्या 1 करोड़ 81 लाख (राशन कार्डधारक) है यानी 8 करोड़ 81 लाख लोग राशन का लाभ ले रहे हैं। इसमें से 7 करोड़ 11 लाख का आधार लिंक हो चुका है। एक करोड़ 60 लाख लोगों का आधार सिडिंग नहीं हुआ है।