झारखंड में सरकार के बादल छट गए हैं, चंपई सोरेन शुक्रवार को सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं। 24 घंटे के सियासी ड्रामे के बाद राज्यपाल द्वारा समय दे दिया गया है, अब सिर्फ ताजपोशी होनी बाकी है। बड़ी बात ये है कि चंपई सरकार को बहुमत साबित करने के लिए भी 10 दिनों का वक्त दे दिया गया है। यानी कि एक फ्लोर टेस्ट होगा जिसमें बहुमत साबित करना होगा। अभी के लिए चंपई सोरेन के पास 43 विधायकों का आंकड़ा है जो बहुमत से ज्यादा चल रहा है।
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अधिकारियों ने बताया कि हेमंत सोरेन ने दिल्ली स्थित अपने आवास पर केंद्रीय जांच एजेंसी के सोमवार के तलाशी अभियान के संबंध में ईडी के कर्मियों के खिलाफ रांची के एससी/एसटी पुलिस थाने में दिन में एक प्राथमिकी दर्ज करायी। अधिकारियों ने प्राथमिकी के हवाले से बताया कि हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया है कि ईडी ने ‘‘उन्हें तथा उनके पूरे समुदाय को प्रताड़ित और बदनाम’’ करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में उनके आवास पर तलाशी अभियान चलाया।
हेमंत सोरेन के खिलाफ धनशोधन के आरोप ‘भूमि माफिया’ के साथ उनके कथित संबंधों के अलावा कुछ अचल संपत्तियों के कथित अवैध कब्जे से संबंधित हैं। केंद्रीय एजेंसी के अनुसार, यह जांच झारखंड में “माफियाओं द्वारा भूमि के स्वामित्व को अवैध रूप से बदलने के एक बड़े रैकेट” से जुड़ी है। ईडी ने इस मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 2011 बैच के आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जो राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत थे।
सोरेन से पहली बार 20 जनवरी को पूछताछ की गई थी। हेमंत सोरेन को एजेंसी के पास दर्ज टाइप किए गए उनके बयान दिखाए गए और हिरासत में लेने से पहले इन दस्तावेजों पर उनके हस्ताक्षर मांगे गए। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने उन पर हस्ताक्षर किए हैं या नहीं।
सूत्रों ने दावा किया कि पूछताछ के दौरान 48 वर्षीय हेमंत सोरेन के जवाब में स्पष्टता नहीं थी और इसलिए उन्हें धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत हिरासत में ले लिया गया। सूत्रों ने कहा कि उम्मीद है कि सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय यहां एक विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष पेश करेगा और हिरासत में पूछताछ के लिए उनकी हिरासत का अनुरोध करेगा। उन्होंने कहा कि एजेंसी ने मामले में दूसरे दौर की पूछताछ के दौरान सोरेन से 15 सवाल पूछे।
चंपई सोरेन सरायकेला विधानसभा सीट से तीन से अधिक बार केविधायक चंपई सोरेन को झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन का नजदीकी माना जाता है। झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के जिलिंग्गोरा गांव में नवंबर 1956 में जन्मे चंपई सोरेन मैट्रिक पास और सात बच्चों के पिता हैं। वह एक किसान के बेटे हैं और वह हेमंत सोरेन परिवार के रिश्तेदार नहीं हैं।
झामुमो सूत्रों ने बताया कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार रात को झारखंड उच्च न्यायालय का रुख किया। हालांकि, सोरेन ने अदालत का रुख क्यों किया इसका कारण ज्ञात नहीं है। उनकी याचिका पर कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश चन्द्रशेखर और न्यायमूर्ति अनुभा रावत चौधरी की खंडपीठ सुबह 10.30 बजे सुनवाई करेगी।
झामुमो विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने संवाददाताओं से कहा, “हमने 47 विधायकों के समर्थन से नयी सरकार बनाने का दावा प्रस्तुत किया है।”
अपनी गिरफ्तारी से पहले, हेमंत सोरेन ने राजभवन में राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन को झारखंड के मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया। वे गठबंधन के विधायकों के साथ राजभवन गए थे और फिर उन्हें वहां से ईडी कार्यालय ले जाया गया।
हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद धनशोधन के एक मामले में बुधवार रात को गिरफ्तार कर लिया गया।
हेमंत सोरेन के इस्तीफे से पहले मुख्यमंत्री आवास पर जुटे JMM विधायकों ने चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना। हेमंत सोरेन और झारखंड से जुड़े तमाम अपडेट्स के लिए जुड़े रहिए हमारे इस लाइव ब्लॉग के साथ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हेमंत सोरेन की याचिका पर कार्यवाहक चीफ जस्टिस चन्द्रशेखर और जस्टिस अनुभा रावत चौधरी की बेंच सुबह 10.30 बजे सुनवाई करेगी।
JMM नेता हेमंत सोरेने को बुधवार रात गिरफ्तार कर किया गया। गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन ने झारखंड सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। ईडी के अधिकारियों ने कथित लैंड स्कैम मामले में उन्हें सात घंटे से ज्यादा की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया।
Jharkhand News LIVE: झारखंड BJP अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा, “जब हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने थे तब से ही मैंने उन्हें कई पत्र लिखकर कुछ भी गलत करने को लेकर चेताया था लेकिन उन्होंने उनकी नहीं सुनी। उन्होंने काम पर ध्यान नहीं दिया और इसके बजाय कमायी पर ध्यान लगाते रहे। अगर वह ईमानदार होते तो ईडी के नोटिस का पहले ही जवाब दे चुके होते।”
