आए दिन पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे जुल्म की ख़बरें मीडिया की सुर्खियां बनती रहती है। इसी से जुड़े एक मुद्दे पर टीवी डिबेट के दौरान भारत और पाकिस्तान के पैनालिस्टों में बहस हो गई। जब डिबेट में मौजूद गौरव आर्या ने कहा कि पाकिस्तान में 40 साल में 400 से ज्यादा मंदिर तोड़ दिए गए और हजारों लड़कियों का धर्मांतरण कराया गया तो पाकिस्तान के पैनालिस्ट भड़क गए।

दरअसल रिपब्लिक टीवी चैनल पर आयोजित एक डिबेट शो में मेजर गौरव आर्या ने कहा कि पाकिस्तान में 40 साल में  400 से ज्यादा मंदिर तोड़े गए हैं। कई सालों से पाकिस्तान में हिंदू और सिख लड़कियों का धर्मांतरण किया जा रहा है। जिन लोगों ने पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण किया है क्या उन्हें सजा मिली है? क्या कोर्ट ने इस मामले में कुछ किया है? इतना सुनते ही पाकिस्तान के पैनालिस्ट कमर चीमा भड़क गए।

कमर चीमा ने मेजर गौरव के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि ये पाकिस्तान है ना कि भारत। भारत में मुसलमानों के साथ जो जुल्म होता है उसे पूरी दुनिया देखती है। हालांकि मेजर गौरव आर्या ने कमर चीमा के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने इसी लिए सीएए का कानून लाया है ताकि वहां के हिन्दुओं को यहां बसाया जा सके। क्योंकि भारत ही पाकिस्तान के हिंदुओं का वास्तविक घर है।

अभी पिछले दिनों ही पाकिस्तान में एक 12 साल की ईसाई लड़की के जबरन धर्मांतरण की ख़बर आई थी। लड़की ने आरोप लगाया था कि कुछ लोगों ने उनका अपहरण कर लिया और उसको जबरदस्ती अपहरणकर्ता से शादी करने के लिए मजबूर किया। हालांकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों के साथ हो जबरन धर्मांतरण के मामलों की जांच के आदेश दे दिए हैं।

पिछले साल दिसंबर के महीने में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में कुछ लोगों ने हिंदू संतों की समाधिमें भी तोड़फोड़ की थी। लेकिन पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को जल्द से जल्द हिंदू संत की समाधि को दोबारा से बनाने का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लिया था।