अमूमन ऐसा कम ही होता है कि कोई आधिकारिक कार्यक्रम बिना मंत्री के पहुंचे शुरू हो जाय लेकिन मंगलवार को कुछ ऐसा ही हुआ। 24 दिसंबर को नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन का दीक्षांत समारोह था जिसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन समारोह के मुख्य अतिथि थे।
इंडियन एक्सप्रेस में छपे कॉलम दिल्ली कॉन्फिडेंशियल के मुताबिक उन्हें समारोह में सुबह 11 बजे पहुंचना था लेकिन तीन घंटे से ज्यादा की देरी के बाद वो समारोह में करीब दो बजे पहुंचे। समारोह में पहुंचते ही केंद्रीय मंत्री ने वहां उपस्थित लोगों से माफी मांगी और कहा कि वो एक कैबिनेट मीटिंग में फंसे थे। इसलिए यहां आने में देरी हुई।
हर्षवर्धन ने माफी मांगते हुए लोगों को बताया कि जब कैबिनेट मीटिंग होती है तो कई बार सारे कार्यक्रम धरे के धरे रह जाते हैं। उन्होंने पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक मैराथन मीटिंग की भी चर्चा की। पीएम मोदी ने शनिवार (21 दिसंबर) को अपने मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा बैठक की थी जो करीब नौ घंटे चली थी।
प्रधानमंत्री ने अपने दूसरे कार्यकाल के छह महीने के कामकाज की समीक्षा के लिए मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई थी जिसमें सभी मंत्रियों के कामकाज की विभागवार समीक्षा की गई। इससे पहले 13 जून को पीएम ने इस तरह की बैठक बुलाई थी। बैठक में पीएम ने सभी मंत्रियों से 2022 तक के प्रोजेक्ट का डिटेल मांगा था। बैठक में पीएम ने मंत्रियों को काम की प्राथमिकता तय करने के निर्देश दिए हैं।