जनता दल (सेक्यूलर) के नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय सेवक संघ(आरएसएस) पर तंज कसते हुए कहा कि, संघ की शाखा में प्रशिक्षण लेने वाले लोग विधानसभा सत्र में ‘ब्लू फिल्में’ देखते हैं। दरअसल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कतील ने कुमारस्वामी को आरएसएस की शाखा में आकर संघ की गतिविधियां सीखने का न्योता दिया था। इसी पर कुमारस्वामी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

उन्होंने कतील पर पलटवार करते हुए कहा कि, ‘‘मुझे उनका (आरएसएस) साथ नहीं चाहिए। क्या हमने नहीं देखा कि संघ की शाखा में क्या सिखाया जाता है? वहां से निकले लोग विधानसभा में किस तरह से व्यवहार करते हैं? विधानसभा के अंदर सत्र के दौरान ब्लू फिल्में देखना, क्या उन्हें (भाजपा) शाखा में नहीं सिखायी जाती? सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि, ये सब सीखने के लिए मुझे वहां (आरएसएस शाखा) जाने की जरूरत है?”

संघ की शाखा से नहीं गरीबों की शाखा से सीखा: पत्रकारों से बात करने के दौरान कुमारस्वामी ने कहा कि, ‘उनकी शाखा मुझे नहीं चाहिए। मैंनें गरीबों की शाखा से पर्याप्त सीखा है। अब मेरे पास उनसे सीखने को कुछ नहीं है।’ गौरतलब है कि 2012 में कर्नाटक विधानसभा सत्र के दौरान तीन मंत्री कथित रूप से ‘अश्लील सामग्री’ देखते हुए कैमरे में कैद हो गए थे। इसी घटना का जिक्र करते हुए कुमारस्वामी ने भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार पर पलटवार किया।

कर्नाटक में उपचुनाव के बीच सियासी हलचल: बता दें कि इन दिनों कर्नाटक में सियासी गतिविधियां भी तेज हो गईं है। दरअसल 30 अक्टूबर को राज्य की सिंदगी और हंगल विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं। ये दोनों सीटें जेडीएस नेता एमसी मनगुल और बीजेपी के सीएम उदासी के निधन के बाद खाली हो गई थीं। बता दें कि बसवराज बोम्मई के कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह पहला चुनाव होगा।

ऐसे में बोम्मई ने दावा किया है कि, राज्य की दोनों विधानसभा सीटों पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी जीत हासिल करेगी। कुछ दिन पहले बोम्मई ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि, “ हंगल हमारा निर्वाचन क्षेत्र रहा है, वहीं सिंदगी जनता दल (सेक्युलर) का गढ़ है, लेकिन हम इन दोनों सीटों पर 100 फीसदी जीत हासिल करेंगे।”