हाथरस भगदड़ मामले में भोले बाबा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उनके खिलाफ मामला पटना के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में दायर किया गया। इससे पहले आज एक वीडियो बयान में भोले बाबा ने कहा कि वह 2 जुलाई की भगदड़ की घटना से दुखी हैं।
भोले बाबा ने एक बयान में कहा, “घटना के बाद मैं बहुत दुखी हूं। भगवान हमें इस दर्द को सहने की शक्ति दे। कृपया सरकार और प्रशासन पर विश्वास रखें। मुझे विश्वास है कि अराजकता पैदा करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मैंने समिति के सदस्यों से शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ खड़े रहने और जीवन भर उनकी मदद करने का अनुरोध किया है।”
इस बीच 2 जुलाई को हाथरस में हुई भगदड़ में 121 लोगों की जान लेने वाले मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को शुक्रवार रात गिरफ्तार कर लिया गया। 3 जुलाई को राज्य सरकार ने हाथरस हादसे की जांच करने और भगदड़ के पीछे किसी साजिश की संभावना को देखने के लिए एक रिटायर्ड हाई कोर्ट जस्टिस की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया।
2 जुलाई को हाथरस में हुई भगदड़ के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को उत्तर प्रदेश पुलिस ने शुक्रवार रात हिरासत में ले लिया। मधुकर को शनिवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया। मधुकर उस सत्संग का ‘मुख्य सेवादार’ था जहां भगदड़ मची थी। एफआईआर में नामजद वह एकमात्र आरोपी है। वह जांच में शामिल होगा और कार्यक्रम में असामाजिक तत्वों के बारे में जानकारी शेयर करेगा। उत्तर प्रदेश पुलिस ने मधुकर की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 1 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी।
न्यायिक आयोग की एक टीम शनिवार को हाथरस पुलिस लाइन पहुंची, जो आयोग को हाथरस घटना के संबंध में जांच रिपोर्ट से अवगत कराएगी। हाथरस पुलिस के सूत्रों के मुताबिक उसने तकनीकी निगरानी के आधार पर शुक्रवार को नजफगढ़ के पास से देव प्रकाश मधुकर को गिरफ्तार किया था। बाद में उसे हाथरस लाया गया। पुलिस सूत्रों ने यह भी कहा कि मधुकर ने आत्मसमर्पण नहीं किया है।