देश के प्रमुख पहलवानों  के आरोपों का सामना कर रहे सांसद और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने आज (11 जून ) को  उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के कटरा इलाके में रैली को संबोधित करते हुए एक ऐसा बयान दिया जिसके गहरे सियासी मायने हैं। 

जिस वक़्त में भाजपा सांसद पर गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा है वह पूरे आत्मविश्वास के साथ 2024 के चुनावी मैदान में उतरने की बात कर रहे हैं। बृजभूषण सिंह ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, “मैं कैसरगंज लोकसभा से चुनाव लड़ूंगा, लड़ूंगा, लड़ूंगा…। उनका यह ऐलान एक तरफ उनपर योन शोषण का आरोप लगा रहे पहलवानों को खुली चुनौती है तो वहीं भाजपा के लिए भी इसमें एक खास इशारा दिखाई पड़ता है। 

मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर गोंडा में आयोजित इस रैली के दौरान जब बृजभूषण सिंह से पूछा गया कि वह अगला लोकसभा चुनाव कहां से लड़ने वाले हैं? तो उन्होने जवाब दिया कि वह केसरगंज में एक बार फिर अपनी जीत को दोहराएंगे। इससे पहले इस महीने की शुरुआत में बृजभूषण सिंह ने ऐलान किया था कि वह अयोध्या में 5 जून को बड़ी रैली आयोजित करेंगे लेकिन पहलवानों के बढ़ते विरोध के बीच उन्होने मीडिया को बताया कि यह रैली पुलिस की परमिशन नहीं मिलने की वजह से आगे बढ़ा दी गयी है।

अपने इलाके में हुंकार, किसे इशारा? 

रविवार (11 जून) की सुबह बृजभूषण सिंह जब गाड़ी की छत पर बैठ  रैली ग्राउंड पहुंचे तो वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने ‘उत्तर प्रदेश का शेर बृजभूषण सिंह’ जैसे नारों के साथ उनका स्वागत किया। इसके बाद सिंह ने खुद माइक संभाला और इलाके के विधायकों और नेताओं को स्टेज पर बुलाना शुरू किया। 

अपने भाषण में बृजभूषण सिंह ने ठीक उन मुद्दों को शामिल किया जिन्हें लेकर भाजपा फिलहाल मैदान में दिखाई दे रही है। उन्होने कांग्रेस से लेकर जवाहर लाल नेहरू और पाकिस्तान, चीन के मुद्दों पर बात रखते हुए अपना भाषण पूरा किया।

भाजपा सांसद ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ़ों के पुल बांधे, 370 के हटाए जाने को ऐतिहासिक फैसला बताया और कहा कि 2024 में हम (भाजपा) एक बार फिर बड़ी जीत हासिल करेंगे। 

Brij Bhushan Singh ने पहलवानों के प्रदर्शन पर कसा तंज, यूं शायरी पढ़ दिया जवाब | VIDEO

जिस वक्त में भाजपा की ओर से बृजभूषण सिंह पर लगे आरोपों को लेकर किसी भी तरह खुलकर बचाव नहीं किया गया है, बृजभूषण सिंह पूरी कोशिश कर रहे हैं कि पार्टी उनको हल्के में ना ले, उनकी यह रैली प्रमुखता से इस और इशारा करती दिखाई दे रही थी।