Haryana Vidhan Sabha Chunav 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर इस बार बीजेपी और कांग्रेस (BJP vs Congress) के बीच इस बार कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। वहीं कांग्रेस में जारी गुटबाजी पार्टी के लिए चिंता बनी हुई है। इस बीच यह सवाल भी उठ रहे हैं कि अगर कांग्रेस में सरकार बनाती है, तो पार्टी की तरफ से सीएम कौन बनेगा? इसको लेकर पार्टी के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया ने गोलमोल जवाब दिया और यह तक कहा कि जो लोग चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, सीएम उनमें से भी हो सकता है, क्योंकि सीएम के लिए कोई भी दावेदारी पेश कर सकता है।

दरअसल, दिल्ली में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की बैठक के बाद हरियाणा के प्रभारी दीपक बाबरिया ने सीएम के चेहरे को लेकर कहा कि ऐसा भी हो सकता है कि जो चुनाव नहीं लड़ रहा हो, वह भी कांग्रेस पार्टी के जीतने के बाद राज्य का मुख्यमंत्री बन जाए। दीपक बाबरिया ने कहा है कि कोई भी खुद को सीएम के रूप में प्रोजेक्ट कर सकता है, बशर्ते उस व्यक्ति के पास विधायकों का समर्थन और पार्टी हाईकमान की स्वीकृति हो।

चुनाव लड़ने या न लड़ने को लेकर हो चुका है विवाद

दरअसल, हरियाणा कांग्रेस में विधानसभा चुनाव लड़ने या न लड़ने को लेकर भी कांग्रेस पार्टी के अंदर विवाद हो चुका है, क्योंकि पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने ही कहा था कि कोई भी सांसद चुनाव नहीं लड़ेगा, चाहे वह राज्यसभा से हो या लोकसभा से। इसको लेकर खूब विवाद मचा था। बाबरिया का कहना था कि सासंद चुनाव के दौरान प्रत्याशियों के लिए प्रचार करेंगे।

Haryana Assembly Election: अंदरूनी कलह का कांग्रेस ने निकाला तोड़, विधानसभा चुनाव में मौजूदा सांसदों को मैदान में नहीं उतारेगी पार्टी

इसको लेकर कापी बवाल मचा था, और सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने कहा था कि दीपक बाबरिया के बयान को अधूरा पेश किया गया था। उन्होंने कहा था कि कोई भी सांसद चुनाव लड़ सकता है बशर्ते उसे हाईकमान से अनुमति मिली हुई होनी चाहिए। कुछ ऐसा ही बयान राज्यसभा से सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला का भी था। उन्होंने कहा था कि पार्टी का हाई कमान जो तय करेगा, वह उनके अनुसार ही फैसला लेंगे।

अपनी बात पर कायम दीपक बाबरिया

वहीं सांसदों के चुनाव लड़ने या न लड़ने को लेकर प्रदेश के प्रभारी दीपक बाबरिया ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि अभी तक कांग्रेस हाईकमान द्वारा जो तय किया गया है, उसके मुताबिक सांसद हरियाणा में विधानसभा चुनाव नहीं ही लड़ेंगे, बल्कि केवल चुनाव प्रचार ही करेंगे। हालांकि उन्होंने सीएम बनने को लेकर कहा कि विधायकों का समर्थन और आलाकमान का आशीर्वाद लाकर कोई भी मुख्यमंत्री बन सकता है, भले ही उसने विधानसभा चुनाव लड़ा हो या नहीं।

बता दें कि हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के पास सीएम के कई दावेदार हैं। इसमें पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा से लेकर कुमारी शैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला तक का नाम चल रहा है। इसके अलावा अगर कांग्रेस पार्टी बड़ा बहुमत हासिल करती है, तो पार्टी पंजाब की तरह ही हरियाणा में चरणजीत सिहं चन्नी जैसा कोई नेता सीएम के तौर पर पेश कर सकती है।