Haryana Politics: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने हरियाणा में अच्छा प्रदर्शन किया था, और दो बार से लगातार दस सीटें जीतने वाली बीजेपी को इस बार 5 सीटों पर समेट कर बराबरी कर ली थी, लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले अब पार्टी की अंदरूनी कलह उसके लिए मुसीबत बनती नजर आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पार्टी से नाराज विधायक किरण चौधरी बीजेपी का रुख कर सकती हैं। माना जा रहा है कि किरण अपनी बेटी श्रुति चौधरी के साथ बीजेपी से हाथ मिला सकती हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक किरण चौधरी अपनी बेटी श्रुति चौधरी के साथ दिल्ली जाकर बीजेपी में शामिल हो सकती हैं। इस दौरान हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल भी मौजूद रह सकते हैं। इसके अलावा प्रदेश ईकाई के कई बड़े नेता भी मौजूद हो सकते हैं।

समर्थकों को दिया ये संदेश

जानकारी के मुताबिक किरण चौधरी ने अपने समर्थकों और नेताओं को दिल्ली रवाना होने के निर्देश दिए हैं, जिसके चलते संभावनाएं है कि कई अन्य कांग्रेसी नेता भी बीजेपी की सदस्यता ले सकते हैं।

बता दें कि किरण अपनी बेटी श्रुति के लिए भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस से टिकट मांग रही थी, मगर पार्टी ने उनकी जगह महेंद्रगढ़ से कांग्रेस विधायक राव दान सिंह को टिकट दिया, जिसके चलते किरण चौधरी का पार्टी से ही आंतरिक टकराव हो गया था।

कांग्रेस प्रत्याशी ने लगाए थे गंभीर आरोप

बता दें कि कांग्रेस प्रत्याशी राव दान सिंह चुनाव में हार गए थे। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके साथ पार्टी के अंदर ही भितरघात हुआ, जिसके चलते वह चुनाव हार गए थे। वहीं , किरण इसका विरोध जताते हुए कहा कि यदि टिकट सही से बंटी होती तो कांग्रेस यहां से चुनाव जीत सकती थी। किरण चौधरी ने भिवानी महेंद्र गढ़ के अलावा गुरुग्राम सीट पर टिकट बंटवारे को लेकर सवाल खड़े किए थे।

बता दें कि हरियाणा में कांग्रेस के अंदर एक गुट भूपेंद्र सिंह हुड्डा का है, तो दूसरे गुट में किरण चौधरी से लेकर कुमारी शैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला हैं। दूसरा गुट लंबे वक्त से हुड्डा गुट के खिलाफ रहा है क्योंकि उन्हें कांग्रेस हाई कमान से ज्यादा तवज्जों मिली थी। दूसरे गुट का आरोप है कि टिकट बंटवारे में भी पूरी तरह से हुड्डा गुट की चली, अगर ऐसा न होता, तो कांग्रेस की जीत 5 से बढ़कर 7-8 सीटों पर जा सकती थी।