राजस्थान के एक व्यक्ति को अपहरण कर 9 करोड़ रुपए की कीमत के बिटकॉइन ट्रांसफर करने के मामले में सोनीपत के सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) शिव कुमार और चार अन्य पुलिस कर्मचारियों पर सिरसा पुलिस ने मामला दर्ज किया है। बता दें कि एएसआई पीड़ित व्यक्ति और उसके दोस्त को जयपुर से सोनीपत के खरखोदा में बंधक बनाकर रखा था। इस मामले में जांच चल रही है।

जानकारी के अनुसार राजस्थान में सीकर जिले में नीम का थाना कस्बे के ज्ञान विहार कॉलोनी के रहने वाले शशिकांत की शिकायत पर पुलिस ने जीरो प्राथमिकी दर्ज कर ली है। इस मामले में आगे की जांच के लिए पुलिस टीम को जयपुर भेजा गया है।

गौरतलब है कि शशिकांत खुद भी एक भगौड़ा अपराधी है। बता दें कि शशिकांत के खिलाफ 2013 में सिरसा में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में इस साल 23 जनवरी को उसे गिरफ्तार कर अगले दिन अदालत में पेश किया था।

सिरसा पुलिस स्टेशन के इंचार्ज इंस्पेक्टर विक्रम के अनुसार सोनीपत पुलिस ने शशिकांत के बयान के आधार पर एएसआई शिव कुमार, मोनू और तीन अन्य के खिलाफ अपहरण करने की गलत मंशा को लेकर फिरौती के लिए आईपीसी की धारा 384, आईपीसी की धारा 365 और धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

जयपुर से लाया खरखोदा पुलिस स्टेशन: शशिकांत ने कहा है कि वह डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी का काम करता है। इसी कारण उसका एएसआई कुमार और मोनू से जान-पहचान है। उसने कहा कि 22 जनवरी को वह अपने दोस्त गौरव के जयपुर वाले फ्लैट में था। जहां काले रंग की एक एसयूवी में दो ASI शिव कुमार और मोनू अपने साथियों के साथ पहुंचे। उन लोगों ने वहां से शशिकांत को अगवा कर लिया और हरियाणा के खारखोदा पुलिस स्टेशन ले गए।

हालांकि अधिक देर तक अवैध तरीके से कस्टडी में नहीं रखने के चलते पुलिसकर्मियों ने उसे एक फार्महाउस में बंधक बना लिया। बता दें कि इस कारनामे के चलते सोनीपत पुलिस अब फंसती नजर आ रही है।

30 बिटक्वाइन किये ट्रांसफर: शशिकांत ने आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मी शिव कुमार और मोनू ने उसके बिटकॉइन खाते में कॉइन ट्रांसफर करने की बात कही। जिसके बाद शशिकांत की पत्नी ने 30 बिटक्वाइन उनके खाते में ट्रांसफर किए। इनकी कीमत करीब 9 करोड़ रुपए है।