पीएम मोदी ने आज हिसार के महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट पर नए टर्मिनल भवन की आधारशिला रखी और अयोध्या के लिए एक कमर्शियल फ्लाइट की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने हिसार में एक जनसभा को भी संबोधित किया। आज हरियाणा में प्रधानमंत्री मोदी ने कैथल के रामपाल कश्यप से मुलाकात की और उन्हें जूते पहनाए।

रामपाल कश्यप ने 14 साल पहले कसम खाई थी कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने तक वे जूते नहीं पहनेंगे और आज वे प्रधानमंत्री मोदी से मिले। पीएम ने उन्हें जूते पहनाए।

कौन हैं रामपाल कश्यप?

रामपाल कश्यप मूल रूप से हरियाणा के कैथल जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने साल 2011 में एक प्रतिज्ञा ली थी। उनका मानना था कि नरेंद्र मोदी जैसे नेता ही देश का भाग्य बदल सकते हैं इसलिए उन्होंने संकल्प लिया कि जब तक नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे और वे इसके बाद जब तक उनसे नहीं मिलेंगे तक वह नंगे पांव ही चलेंगे। वह ना तो चप्पल और ना ही जूते पहनेंगे।

रामपाल कश्यप से क्या बोले पीएम मोदी?

पीएम मोदी जब उनसे मिले तो उन्होंने रामपाल से पूछा अरे भाई आपने ऐसा क्यों किया। इसके बाद उन्होंने खुद रामपाल को अपने हाथों से जूते पहनाए। हालांकि, जब रामपाल को पीएम मोदी जूते पहना रहे थे तब उन्होंने उनसे कहा कि भविष्य में कभी इस तरह का प्रण मत करना।

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस को अगर वास्तव में मुसलमानों से हमदर्दी है तो उसे किसी मुसलमान को अपना अध्यक्ष बनाना चाहिए और चुनाव में समुदाय के लोगों को 50 प्रतिशत टिकट देने चाहिए। उन्होंने विपक्षी पार्टी पर तुष्टिकरण की नीति अपनाने का भी आरोप लगाया।

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वक्फ कानून में किए गए बदलावों को लेकर कांग्रेस पर पीएम मोदी का हमला

हिसार के महाराजा अग्रसेन एयर पोर्ट पर नए टर्मिनल भवन की आधारशिला रखने और अयोध्या के लिए एक कमर्शियल फ्लाइट की शुरुआत के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने 2013 में वक्फ कानून में किए गए बदलावों को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने कहा था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होना चाहिए और संविधान भी इसका निषेध करता है लेकिन कर्नाटक की कांग्रेस नीत सरकार ने अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़ा वर्गों के अधिकारों को छीनकर धर्म के आधार पर निविदाओं में आरक्षण दिया।

पीएम मोदी ने कहा, ‘‘आजादी से लेकर 2013 तक वक्फ कानून था लेकिन चुनाव जीतने और तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति के लिए कांग्रेस ने 2013 के आखिर में जल्दबाजी में वक्फ कानून में संशोधन कर दिया ताकि उसे (कुछ महीने बाद 2014 में) चुनावों में वोट मिल सके।’’ पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स