सूरजमुखी के बीजों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी की मांग को लेकर किसान हरियाणा के कुरुक्षेत्र में धरने पर बैठें हैं। करुक्षेत्र के पीपली में किसानों ने दिल्ली-चंडीगढ़-अमृतसर हाईवे जाम कर दिया है, जिसकी वजह से 30 किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। किसान 21 घंटे से यहां धरने पर बैठे हैं।

मंगलवार को भी उनका धरना प्रदर्शन जारी है। इसके चलते, दिल्ली-चंडीगढ़-अमृतसर हाईवे पर कुरुक्षेत्र में रूट डायवर्ट कर दिए गए हैं। दिल्ली से चंडीगढ़-अमृतसर की ओर कुरुक्षेत्र के सेक्टर 2-3 के कट से ब्रह्मसरोवर यूनिवर्सिटी से थर्ड गेट रोड से एनएच 152-डीसी से होकर ट्रैफिक निकाला जा रहा है। वहीं, दिल्ली से यमुनानगर की ओर कुरुक्षेत्र के उमरी चौक पुल के नीचे से वाया उमरी इंद्री लाडवा होते हुए यमुनानगर-हरिद्वार-सहारनपुर-देहरादून की तरफ ट्रैफिक निकाला जा रहा है।

चंडीगढ़ के लिए अंबाला-साहा कट से दोसड़का, अयोध्या, लाडवा होते हुए करनाल निकल सकते हैं और फिर राष्ट्रीय राजमार्ग के जरिए दिल्ली भी निकल सकते हैं। चंडीगढ़ से कैथल-हिसार के लिए कुरुक्षेत्र में शाहाबाद पुल के नीचे से शाहाबाद जलेबीपुल से टोल होते हुए एनएच 152d के जरिए जाया जा सकता है।

धरने पर बैठे किसान आगे की योजना तैयार करने के लिए मंगलवार को बैठक करेंगे। किसानों और जिला प्रशासन के बीच दो दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन ये बेनतीजा रही। किसानों ने इस मुद्दे पर महापंचायत आयोजित करने के बाद सोमवार दोपहर से पीपली के पास एनएच-44 को बंद कर दिया है। यह हाईवे दिल्ली को चंडीगढ़ और कुछ अन्य मार्ग से जोड़ता है।

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जिला प्रशासन के साथ सोमवार रात उनकी दो बैठकें हुईं लेकिन इनका कोई नतीजा नहीं निकला। उन्होंने कहा कि आगे की कार्रवाई की योजना तैयार करने के लिए किसानों की स्थानीय समिति और संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेता मंगलवार को बैठक करेंगे। उन्होंने कहा कि सूरजमुखी बीजों के लिए एमएसपी का मुद्दा न केवल हरियाणा के किसानों को बल्कि पूरे किसान समुदाय को प्रभावित कर रहा है।