हरियाणा में 15वीं विधानसभा के घोषित चुनाव परिणाम बेहद चौंकाने वाले रहे हैं। इस परिणाम पर पूरे प्रदेश की निगाहें लंबे समय तक हरियाणा में राज करने वाले तीन ‘लाल’ के परिजनों पर लगी हुईं थीं। हरियाणा में मुख्यमंत्री रहे दिवंगत देवीलाल, भजनलाल और बंसीलाल के वंशज भी इस चुनावी रण में उतरे हुए थे, जिनमें अधिकतर को हार का मुंह तकना पड़ा है।

पूर्व उपप्रधानमंत्री दिवंगत देवीलाल के बेटे रणजीत सिंह भाजपा से बागी होकर रानियां से निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे लेकिन हार गए। देवीलाल के पौत्र एवं ओम प्रकाश चौटाला के बेटे अभय चौटाला भी इस बार ऐलनाबाद से विधानसभा चुनाव हार गए। ओम प्रकाश चौटाला के पौत्र एवं अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला रानियां हलके से चुनाव जीत गए हैं। वहीं, डबवाली से भाजपा छोड़कर इनैलो में आए दिवंगत देवीलाल के वंशज आदित्य देवीलाल भी चुनाव जीत गए हैं। आदित्य देवीलाल ने अपने ही परिवार के अमित सिहाग और दिग्विजय चौटाला को हराकर विधानसभा चुनाव जीत लिया है।

देवीलाल परिवार में इस बार सबसे दयनीय स्थिति में दुष्यंत चौटाला नजर आ रहे हैं। उचाना से चुनाव लड़ने वाले पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला इस बार पांचवें स्थान पर रहे। इसी परिवार की सुनैना चौटाला इनैलो की टिकट पर फतेहाबाद से चुनाव लड़ीं लेकिन पिछड़कर वह तीसरे नंबर पर रह गईं।

आदमपुर में भजनलाल का ढहा किला

हरियाणा के एक और ‘लाल’ भजन लाल के परिवार से इस बार दो सदस्य चुनाव मैदान में उतरे थे। लंबे बनवास के बाद भजन लाल के बड़े बेटे चंद्रमोहन बिश्नोई करीब दो हजार मतों के साथ पंचकूला हलके से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीत गए तो वहीं भजन लाल की पुश्तैनी सीट आदमपुर से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले उनके पौत्र भव्य बिश्नोई करीबी मुकाबले में मात्र 1,268 वोट से चुनाव हार गए। हलका आदमपुर से भजन लाल, उनकी पत्नी जसमा देवी, बेटा कुलदीप बिश्नोई, पुत्रवधु रेणुका बिश्नोई विधायक रह चुके हैं लेकिन इस चुनाव में भव्य बिश्नोई अपने दादा का गढ़ नहीं बचा पाए।

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चुनाव में दिवंगत बंसीलाल की राजनीतिक विरासत की जंग बहुत तीव्र रही। भाजपा ने तोशाम सीट से बंसी लाल की पौत्री एवं किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा था तो वहीं कांग्रेस ने बंसी लाल के बेटे रणबीर महेंद्रा के पुत्र एवं बीसीसीआइ के पूर्व सचिव अनिरुद्ध चौधरी को उतारा था। कड़े मुकाबले में श्रुति चौधरी विधानसभा चुनाव जीत गईं हैं। इससे यह साफ हो गया कि बंसीलाल की राजनीतिक विरासत को अब श्रुति आगे बढ़ाएंगी।

राव इंद्रजीत के बेटी को मिली जीत

इसी चुनाव में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र की पौत्री एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव ने भी अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की है। आरती राव ढाई हजार वोटों से जीतकर हरियाणा विधानसभा पहुंचने में सफल हो गईं हैं।