Haryana Assembly Election 2024, Haryana Vidhan Sabha Chunav Seat: हरियाणा विधानसभा चुनाव होने में कुछ ही दिन का समय बचा है। पांच अक्टूबर को राज्य में वोटिंग होगी। इसको लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपने सियासी दांव पेच आजमाने शुरू कर दिए हैं। प्रदेश की कुरुक्षेत्र जिले में मौजूद शाहबाद (एससी) विधानसभा सीट भी काफी चर्चित सीट है। शाहबाद सीट को अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट घोषित किया गया है। पिछले विधानसभा चुनावों में अच्छी बढ़त हासिल करने के बाद बीजेपी और कांग्रेस आगामी चुनावों में शाहाबाद में अपनी खोई जमीन वापस पाने की कोशिश में हैं।

इस बार भारतीय जनता पार्टी ने यहां से सुभाष कलसाना को टिकट देकर अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं अब अगर बात कांग्रेस पार्टी की करें तो मुकाबले को कड़ा करने के लिए पार्टी ने रामकरण काला को चुनावी दंगल में उतारा है। इस बार दोनों प्रमुख पार्टियों के अलावा आम आदमी पार्टी भी चुनावी मैदान में है। आप ने यहां से आशा पठानिया को टिकट दिया है।

2019 के चुनावी नतीजे

शाहाबाद विधानसभा क्षेत्र में भगवा पार्टी का प्रदर्शन पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में अच्छा नहीं रहा था। 2019 के विधानसभा चुनाव में जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार रामकरण काला ने मौजूदा बीजेपी विधायक और राज्य मंत्री कृष्ण बेदी को 37,120 से ज्यादा वोटों से हराया था। काला को 69,233 वोट मिले थे, जबकि बेदी को 32,106 वोटों से ही संतोष करना पड़ा था। वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार अनिल घनतोरी को महज 18,844 ही वोट मिले थे।

विधानसभा सीट का इतिहास

शाहाबाद विधानसभा सीट का गठन साल 1967 में किया गया था। यह विधानसभा क्षेत्र मारकंडा नदी के किनारे मौजूद है। इस इलाके को शाहबाद मारकंडा के नाम से भी जाना जाता है। शाहबाद की पहचान कृषि उपकरणों के उत्पादन और बिक्री के लिए होती है। 1967, 1968 और 1972 में यह सीट कांग्रेस पार्टी के खाते में गई थी। 1977 में यह सीट जनता पार्टी ने जीती थी।

हालांकि, 1982 के चुनाव में यह सीट फिर से कांग्रेस उम्मीदवार ने जीती, लेकिन 1987 में सीपीएम से हार गई। 1991 में बीजेपी उम्मीदवार ने सीट जीती और पार्टी 1996 और 2000 में सीट बरकरार रखने में कामयाब सफल रही। कांग्रेस ने 2005 में वापसी की और 2009 में भी सीट बरकरार रखी, लेकिन 2014 और 2019 में यह सीट बीजेपी और जेजेपी उम्मीदवारों ने जीती।