Haryana Assembly Election 2024, Haryana Vidhan Sabha Chunav Seat: हरियाणा विधानसभा चुनाव की सियासी बिसात बिछ चुकी है। सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। हरियाणा की नीलोखेड़ी विधानसभा सीट काफी चर्चित रही है। नीलोखेड़ी विधानसभा सीट पर आगामी चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवारों के जीतने का रिकॉर्ड रहा है।

इस बार भारतीय जनता पार्टी ने यहां से भगवान दास कबीरपंथी को टिकट देकर चुनावी दंगल में उतारा है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने मुकाबले को रोचक बनाते हुए धर्मपाल गोंदर को टिकट दिया है। अब अगर आम आदमी पार्टी की बात करें तो पार्टी ने अमर सिंह पर भरोसा जताया है। इस बार दोनों प्रमुख पार्टियां अपनी खोई राजनीतिक जमीन वापस पाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं।

2019 विधानसभा चुनाव के नतीजे

पिछले चुनाव की बात करें तो साल 2019 में इस विधानसभा सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार धर्मपाल गोंदर ने बाजी मारी थी। हालांकि, यह मुकाबला काफी दिलचस्प रहा था। गोंदर ने यहां भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को 2222 वोट से शिकस्त दी थी। हालांकि इस सीट पर एक बात जरूर चिंताजनक रही थी। वह थी यहां की वोटिंग पर्सेंटेज। पिछले यानी 2019 के विधानसभा चुनाव में यहां सिर्फ 32.2 वोटिंग फीसदी रही थी।

निर्दलीय प्रत्याशियों का रहा दबदबा

इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवारों के जीतने का रिकॉर्ड रहा है। 13 में से पांच चुनाव निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीते हैं। इस बार दोनों प्रमुख पार्टियां अपनी खोई राजनीतिक जमीन वापस पाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। कांग्रेस ने आखिरी बार 2005 में यह सीट जीती थी, जबकि बीजेपी ने 2014 में जीत हासिल की थी। साल 1996 में एचवीपी पार्टी से विजेंद्र को यह सीट मिली थी।

वहीं साल 2000 में आईएनएलडी के सतवीर सिंह कादियान ने इस सीट पर अपना कब्जा जमाया था। साल 2005 में कांग्रेस पार्टी की परसानी देवी विधायक बनी थीं। अब अगर बात साल 2009 की करें तो आईएनएलडी से मामूराम ने 47001 वोट पाकर सीट का नेतृत्व किया। साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी के भगवान दास यहां से जीतकर एमएलए बने थे।