Haryana Assembly Election 2024 Vidhan Sabha Chunav Seat: हरियाणा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प माना जा रहा है क्योंकि एक तरफ बीजेपी के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर देखी जा रही है तो वही दूसरी तरफ कांग्रेस तमाम समीकरण साधते हुए पूरी मजबूती के साथ चुनावी मैदान में खड़ी है। हरियाणा की नारनौल सीट पर इस बार मुकाबला काफी दिलचस्प देखने को मिल रहा है।
नारनौल से कौन-कौन खड़ा?
नारनौल सीट को लेकर कहा जाता है कि यहां पर अहीर जाति के वोटर निर्णायक भूमिका निभाते हैं, इसके ऊपर इसी नारनौल सीट पर सैनी समुदाय के लोग भी अभी भूमिका निभाते दिख जाते हैं, ब्राह्मण और महाजन मतदाता भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हैं। नारनौल एक ऐसी सीट रही है जहां पर मुकाबला हमेशा से बीजेपी बनाम कांग्रेस का देखने को मिला है। इसी वजह से कांग्रेस ने तीसरी बार इसी सीट से राव नरेंद्र को टिकट दिया है तो वहीं भाजपा ने तीसरी बार ओम प्रकाश यादव पर भरोसा जताने का काम किया है। अगर दूसरी क्षेत्रीय पार्टियों की बात करें तो जननायक जनता पार्टी ने दो बार चुनाव लड़ चुके सुरेश सैनी को यहां से मौका दिया है, वही आईएनएलडी में नरसिंह दायमा को टिकट दे दिया।
पार्टी | नेता | वोट |
बीजेपी | ओम प्रकाश यादव | 42732 |
जेजेपी | कमलेश | 28017 |
कांग्रेस | नरेंदर सिंह | 25009 |
जातीय समीकरण समझिए
नारनौल सीट पर एक बार फिर बीजेपी ज्यादा विश्वास से भरी हुई इसलिए दिख रही है क्योंकि वर्तमान में नायब सैनी राज्य के मुख्यमंत्री हैं। पार्टी का मानना है उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही सैनी समाज के अंदर उनका समर्थन बढ़ चुका है। वहीं कांग्रेस की बात करें तो उसका पूरा ध्यान जाट-अनुसूचित जाति के वोटों के ऊपर है।
पिछली बार के नतीजे
अगर नारनौल सीट की पिछली बार के नतीजों की बात करें तो बीजेपी के ओम प्रकाश यादव ने बड़ी जीत हासिल की थी। उन्होंने जेजीपी के कमलेश सैनी को बड़े अंतर से हरा दिया था। उस चुनाव में तीसरे नंबर पर कांग्रेस के नरेंद्र सिंह रहे थे जिन्हें 25009 वोट मिले थे। इससे पहले 2014 के विधानसभा के चुनाव में बीजेपी की ओमप्रकाश ने ही जीत दर्ज की थी, बड़ी बात यह रही उस चुनाव में भी कांग्रेस के नरेंद्र सिंह तीसरे पायदान पर रहे।