Haryana Assembly Election 2024, haryana Vidhan Sabha Chunav Seat: हरियाणा में पांच अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बीजेपी से लेकर कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल तक सभी दलों ने पूरी ताकत लगा दी है। राज्य की कैथल विधानसभा सीट भी काफी चर्चा का केंद्र बनी हुई है। कैथल सीट से भारतीय जनता पार्टी ने लीला राम को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस पार्टी ने मुकाबले को दिलचस्प बनाते हुए रणदीप सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला को चुनावी दंगल में उतार दिया है। जाति के हिसाब से बात करें तो यहां से 4 जाट और 2 गुर्जर प्रत्याशी मैदान में है।

आम आदमी पार्टी और जेजेपी ने जाट प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। आप से सतबीर गोयत और जेजेपी ने संदीप गढ़ी को मैदान में उतारा है। अनिल तंवर को INLD-BSP गठबंधन ने टिकट दिया है। वहीं, बलराज नौच जेजेपी से बागी होकर मैदान में उतरे हैं। इसलिए फाइट जाट और नॉन जाट के बीच मानी जा रही है। इस सीट पर कांटे का मुकाबला माना जा रहा है।

2019 और 2014 में क्या थे चुनावी नतीजे

अब बात साल 2019 के विधानसभा चुनाव की करें तो भारतीय जनता पार्टी ने लीला राम को ही अपना उम्मीदवार बनाया था। उनके सामने कांग्रेस ने अपने दिग्गज नेता रणदीप सुरजेवाला को टिकट दिया। हालांकि, इसमें बीजेपी के लीला राम ने रणदीप सुरजेवाला को 1246 वोटों के अंतर से मात दी और सीट पर अपना कब्जा जमा लिया। वर्ष 2014 में भी रणदीप सुरजेवाला ने इनेलो उम्मीदवार कैलाश भगत को हराया था। जबकि बीजेपी के राव सुरेंद्र तीसरे नंबर पर रहे थे। सुरजेवाला को उस चुनाव में 65 हजार 524 वोट मिल थे। जीत का अंतर 23 हजार से ज्यादा वोटों का था।

कैथल में वोटरों का गणित

इलेक्शन कमीशन के मुताबिक, इस बार के विधानसभा चुनाव में कैथल सीट पर दो लाख 20 हजार 459 वोटर हैं। इसमें से एक हजार 15 हजार 566 पुरुष और एक लाख चार हजार 892 महिला वोटर शामिल हैं। एक थर्ड जेंडर वोटर भी है। आंकड़ों के मुताबिक, कैथल विधानसभा सीट पर पंजाबी व वैश्य और जाट व गुर्जर समाज के लगभग समान ही वोट हैं। इसमें जाट व गुर्जर समाज के 35-35 हजार के करीब वोट हैं। इसी प्रकार से पंजाबी और वैश्य समाज भी 25-25 हजार के करीब वोट हैं।